बठिंडा/लंबी (सुरेश रहेजा) : पूर्व मंत्री और बठिंडा की सांसद बीबा हरसिमरत कौर बादल ने आज कहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार को दोहरे मापदंड नही अपनाने चाहिए और मुख्यमंत्री भगवंत मान को अपनी अगुवाई में लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन के दौरान एक निर्दोष किसान की हत्या की जिम्मेदारी लेकर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
बठिंडा की सांसद ने ड्रग्ज ओवरडोज के कारण मारे गए गुरविंदर सिंह के परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करते हुए खुडिडयां गुलाब सिंह गांव का दौरा किया । उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक मंत्री (गुरमीत सिह खुडिडयां) के गांव में ड्रग्ज के अत्यधिक सेवन के कारण लोग मर रहे हैं। उन्होने कहा, ‘‘ इलाके में ड्रग माफिया के संरक्षण का इससे अधिक क्या सबूत चाहिए’’।
यह कहते हुए कि राज्य में सिंथेटिक नशे में कई गुना बढ़ोतरी हुई है बीबा हरसिमरत कौर बादल ने कहा ,‘‘ माताएं ‘‘चिटटा’’ की आपूर्ति को समाप्त करते हुए जुलूसों का नेतृत्व कर रही हैं,लेकिन कोई फायदा नही हुआ। वास्तव में हम आप पार्टी के कार्यकाल में ड्रग्ज की होम डिलिवरी देख रहे हैं’’। उन्होने कहा यह और भी निंदनीय है कि यह सब मंत्री की नाक के नीचे हो रहा है। उन्होने कहा, ‘‘ अगर एक कैबिनेट मंत्री के पैतृक गांव में यह स्थिति है तो राज्य भर में मामलों की स्थिति के बारे में सोचकर ही रूह कांप उठती है’’।
इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए बीबा बादल ने कहा कि कांग्रेस और आप ने पंजाब की एकमात्र क्षेत्रीय पार्टी को कमजोर करने के मकसद से अकाली दल को बदनाम करने के लिए एक-दूसरे के साथ मिलीभगत की है। उन्होने कहा,‘‘ पहले कांग्रेस और फिर आप पार्टी ने कुछ ही हफ्तों में ड्रग्ज के खतरे को समाप्त करने का वादा किया था, लेकिन यह कई गुना बढ़ गया है’’। उन्होने शोक संतप्त परिवार और ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि अकाली दल नशे के खिलाफ एक जन आंदोलन खड़ा करेगा और आप सरकार को इस खतरे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के लिए मजबूर करेगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश पर संगरूर में लाठीचार्ज के बाद एक सिख किसान की हत्या के बारे में बोलते हुए बीबा बादल ने कहा, ‘‘ आप पार्टी की सरकार इस मौत के लिए गृह मंत्री को जिम्मेदार क्यों नही ठहरा रही है? वह अकाली दल की तुलना में अपने लिए अलग अलग मापदंड नही रख सकती। हम कल संगरूर में किसान प्रीतम सिंह की हत्या के लिए जिम्मेदार मुख्यमंत्री और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तत्काल हत्या का मामला दर्ज करने की मांग करते हैं’’।
बीबा बादल ने यह भी सवाल किया कि तथाकथित सिख संगठन किसान की हत्या के मुददे पर चुप क्यो हैं? उन्होने कहा कि अकाली दल के खिलाफ नफरत फैलाने वाले सभी नेताओं ने किसानों के साथ हुई बर्बरता के लिए आप सरकार की निंदा करने यां मारे गए किसान को शहीद बताने के लिए एक भी शब्द क्यों नही बोला। उन्होने कहा कि स्वयंभू संगठन और नेता चुप हैं, क्योंकि उन्हे किसानों यां ‘पंथ’ की भलाई में कोई दिलचस्पी नही है, क्योंकि उनका एकमात्र हित किसी न किसी तरह अकाली दल को कमजोर करना है।