जालंधर/अमृतसर/चंडीगढ़, 17 अगस्त (ब्यूरो) : पंजाब से बड़ी खबर है। पंजाब के 8 जिले बाढ़ की चपेट में आए गए हैं। भाखड़ा डैम के फ्लड गेट खोले जाने से सतलुज नदी के बढ़े जलस्तर ने रूपनगर में असर दिखाया है। वहीं पौंग डैम से छोड़े पानी ने होशियारपुर, गुरदासपुर, कपूरथला के बाद अब अमृतसर, तरनतारन और फिरोजपुर को अपनी चपेट में ले लिया है।
पौंग डैम से छोड़े पानी से गुरदासपुर में सबसे अधिक मार देखने को मिल रही है। वहीं होशियारपुर के कई गांवों को खाली करवाया जा चुका है। कपूरथला के विधानसभा क्षेत्र भोलाथ के गांवों में कई मवेशी बाढ़ के पानी में बह गए। वहीं अब ब्यास ने अमृतसर, तरनतारन व फिरोजपुर में भी असर डालना शुरू कर दिया है।
उधर, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने सभी मंत्रियों, विधायकों और अफसरों को अलर्ट किया है। उन्होंने सभी को निर्देश दिया है कि बाढ़ग्रस्त इलाके में पहुंचे और लोगों की मदद करें। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि फिलहाल हालात काबू में है। मुख्यमंत्री मान बाढ़ के हालातों पर राज्य के लोगों को 11 बजे संबोधित करेंगे।
उधर, गुरदासपुर के डीसी हिमांशू अग्रवाल ने लोगों को सुरक्षित जगह पर रहने की हिदायत दी है। डीसी गुरदासपुर ने जानकारी दी कि पौंग डैम से तकरीबन 20 हजार क्यूसेक पानी को छोड़ना कम किया गया है। जिसके बाद गुरदासपुर व बाढ़ ग्रस्त एरिया में 9 इंच तक पानी कम हुआ है। शाम तक और भी अधिक पानी कम होने के आसार हैं।
वहीं, अमृतसर के गांव शेरोबागा के घर पानी की चपेट में आ गए। जिसके बाद शाम लोगों को रेस्क्यू करने का काम शुरू किया गया। NDRF की टीमों ने इस दौरान मोर्चा संभाला और 26 लोगों को 30 पालतू जानवरों को सुरक्षित निकाला। इसी दौरान गांव के गुरुघर में रखे श्री गुरु ग्रंथ साहिब को भी सम्मान सहित सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है।
अमृतसर के ब्यास में नदी खतरे के निशान 744 गेज को छू गई है, वहीं ब्यास नदी में पानी का बहाव 1.40 लाख क्यूसेक आंका जा रहा है। अमृतसर से आगे तरनतारन व फिरोजपुर में भी ब्यास का असर दिखने लगा है। तरनतारन में गांव धुंदा में धुस्सी बांध टूट गया है। जिससे 15 हजार एकड़ जमीन पानी में डूब गई है।