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मंडी सिंडिकेट लगा रहा है सरकारी खजाने को करोड़ों का चूना, अपना जुर्माना बढ़ाने के लिए जालंधर मोबाइल विंग के कुछ अधिकारी भी करते हैं मंडी में चेकिंग।

150 किलोमीटर दूर है जालंधर से मंडी गोविंदगढ़, पटियाला, लुधियाना, शंभू के दो मोबाइल विंग लगते हैं मंडी को।

पंजाब सरकार का वित्त मंत्रालय इस वित्तीय वर्ष में अपनी अच्छी ग्रोथ दिखा रहा है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने एक साक्षात्कार में यह कहा था कि आबकारी नीति से सरकार को अच्छा लाभ प्राप्त हुआ है और कर विभाग की अच्छी कारगुजारी के चलते GST में भी अच्छा लाभ प्राप्त किया था। अपनी कार्य निष्ठा को दिखाते हुए वित्त मंत्री ने 21 जनवरी 2023 को खुद सड़कों पर खड़े होकर ट्रक रोके और उनकी चेकिंग की इस दौरान उन्होंने आम जनता से यह वादा किया कि आम जनता का पैसा टैक्स चोरों की जेबों में नहीं जाएगा यह पैसा सरकार के खजाने में जाएगा और पंजाब के विकास पर लगेगा। सरकार और विभाग अपनी और से टैक्स चोरी को बचाने के लिए अनथक प्रयत्न कर रहे हैं पर फिर भी टैक्स चोरी करने वाले लोग अपने रास्ते बना लेते हैं।

जालंधर GST विभाग ने कुछ महीने पहले 40 करोड़ के फर्जी बिलों के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया था और मोबाइल विंग जालंधर ने निर्यात के नाम पर हो रही कर चोरी का एक मामला पकड़ा था। जिस मामले में अभी जांच चल रही है।

9 जून 2023 में विधायक सुखपाल खैरा ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो एवं बिल की पोस्ट डाली थी जिसके माध्यम से उन्होंने विभाग को यह बताने की कोशिश की कि जाली बिलों के द्वारा अभी भी सरकार को करोड़ों का चूना लग रहा है। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक मंडी ने आज के समय में सिंडीकेट बना लिया है और यह पोस्ट भी उसी से संबंधित है। पिछली सरकार के समय में विजिलेंस विभाग ने एक हाई प्रोफाइल केस को पकड़ा था। जिसमें व्यापारी एवं उच्च अधिकारी तक शामिल थे। आज के समय में फिर से ऐसे मामले सामने आने से व्यापारियों और कुछ अधिकारियों का तालमेल नजर आ रहा है और सरकार के खजाने को करोड़ों रुपए का चूना लग रहा है। 

भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक सिंडिकेट का काम काफी बड़े स्तर पर फल फूल रहा है और लोगों का पैसा सरकारी खजाने की वजाए कर चोरी करने वाले लोगों के हाथों में जा रहा है। कुछ समय पहले विभाग की ओर से मंडी सिंडीकेट को तोड़ने के लिए 150 के करीब ETO और 25 AETC और DETC के तबादले हुए थे। लोहा नगरी मंडी गोबिंदगढ़ को 4 मोबाइल विंग लुधियाना, पटियाला, शंभू 1 और 2 लगते हैं। पर जालंधर से 150 किलोमीटर दूर होने पर भी यहां के अधिकारी अपना जुर्माना बढ़ाने के लिए वहां चेकिंग करते हैं। हालांकि 2022 में जालंधर मोबाइल विंग का एक अधिकारी जुमाना / अपना जुर्माना बढ़ाने के लिए मंडी गोविंदगढ़ में ज्यादा चेकिंग करता था। जिसकी बहुत अच्छी कारगुजारी को देखते हुए सस्पेंड भी किया गया और उसकी सभी पावर छीन ली गई थी और आज भी अपना जुर्माना बढ़ाने के लिए जालंधर मोबाइल विंग के कुछ अधिकारी मंडी गोविंदगढ़ मैं चेकिंग कर रहे हैं। 

इस बात में कोई संदेह नहीं की इस बात की खबर कर विभाग को ना हो। पर अब देखना यह है कि विभाग क्या कदम उठाता है। जिससे जनता का पैसा पंजाब के विकास में लगे। अगली कड़ी में और भी तथ्य सामने आने की उम्मीद है।

 

 

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