जालंधर, 22 जुलाई (कबीर सौंधी) : पंजाब में बाढ़ से हालात खराब हैं। लोग पानी तक के लिए तरस गए हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन राहत सामग्री लेकर जा रहे लोगों को रोक रहे हैं। जालंधर के उपमंडल शाहकोट में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के बाहर पुलिस ने नाकाबंदी कर रखी है। नाकों पर राहत सामग्री लेकर आ रही संस्थाओं की गाड़ियों को रोका जा रहा है। उन्हें कहा जा रहा है कि वह सामान लेकर आगे नहीं जा सकते। सामान ले जाने के लिए शर्त रखी जा रही है।
शर्त यह है कि या तो पुलिस नाके पर सामान जमा करवाओ, प्रशासन खुद सामान बांटेगा या फिर यदि जाना ही है तो गाड़ी के ऊपर मुख्यमंत्री की फोटो वाला पंजाब सरकार का फ्लड रिलीफ वाहन वाला स्टिकर लगाओ। राहत कार्यों में जुटी संस्थाओं का आरोप है कि सरकार तो अपने स्तर पर लोगों तक राहत पहुंचाने में फेल हो गई है और अब समाज सेवी संस्थाओं से जबरन सामान लेकर झूठी वाहवाही लूटने की फिराक में है।
संस्थाओं ने नाके पर रोकने के वीडियो भी वायरल किए
शाहकोट को लोहियां में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को जाते रास्तों पर लगाए गए पुलिस नाकों के वीडियो भी कुछ संस्थाओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वायरल किए हैं। दोआबा किसान यूनियन के नेता तरसेम सिंह ढिल्लों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव होकर कहा कि पुलिस मुलाजिम रोक रहे हैं और कह रहे हैं कि अधिकारियों के आदेश हैं, राहत सामग्री उनके पास जमा करवाओ। सीधे जाकर कोई नहीं बांटेगा।
बाजवा ने वीडियो शेयर करके कहा- आपदा में अवसर ढूंढ रही सरकार
नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने राहत सामग्री ले जाने से रोकने के कृत्य की घोर निंदा की है। उन्होंने ट्वीट करके तंज कसा कि बाढ़ भी सरकार के लिए आपदा में अवसर बनकर आई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान को टैग करते हुए लिखा है कि परेशानी के पानी में भी मछलियां पकड़ी जा रही हैं।