हर इंसान हासिल करे श्री मदभागवत गीता का ज्ञान : अश्विनी
महर्षि वेदव्यास की शिक्षाओं से जीवन बनाएं सभी : मोहित शर्मा
जालंधर, 05 जुलाई (कबीर सौंधी) : सनातन संस्कृति के प्रमुख गुरु महर्षि वेदव्यास का तप अस्थान ब्यास पिंड में स्थित है। हर साल की तरह इस बार भी व्यास पूर्णिमा महर्षि वेदव्यास मंदिर कुंड सभा की तरफ से पूरे उल्लास और श्रद्धा से मनाई गई। इस उपलक्ष्य में मंदिर परिसर में 7 दिवसीय श्रीमद् भागवत गीता कथा का आयोजन किया गया। समापन पर हवन यज्ञ कर पूर्णाहुति डाली गई। इस बाबत मंदिर कमेटी के प्रधान अश्विनी शर्मा ने बताया कि श्रीमद्भागवत गीता महर्षि वेदव्यास की पुराणों में अंतिम रचना है और उन्होंने सारा ज्ञान श्रीमद्भागवत गीता के माध्यम से मनुष्य जाति को जीवन में उतार करने के लिए दिया है। उन्होंने कहा कि हर इंसान को श्रीमदभागवत गीता जरूर सुननी और पढऩी चाहिए।
हवन यज्ञ के उपरांत मंदिर में ध्वज स्थापना की गई। महर्षि वेदव्यास कुंड सभा जोकि पिछले कई वर्षों से मंदिर के पुण्य द्वार के लिए प्रयासरत है कमेटी के महासचिव मोहित शर्मा ने बताया कि महर्षि वेदव्यास सनातन संस्कृति की अनमोल धरोहर हैं जिन्होंने शिक्षा के साथ-साथ ज्ञान भी हमें दिया जिससे हम अपना जीवन सफल बना सकते हैं और गुरु पूर्णिमा महर्षि वेदव्यास जी के जन्म दिवस और संपूर्ण सनातनी यों के लिए गुरु की पूजा का दिन है। महर्षि के तप अस्थान रुद्राभिषेक करने के बाद पूजा अर्चना की गई और आई हुई संगत श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया। व्यास पिंड जोकि जालंधर से 16 किलोमीटर दूरी पर है गांव की सभी वासी और आसपास के शहरों से श्रद्धालु इस पवित्र स्थान पर जो कि महाभारत काल की से उस दिव्यता को संजोए बैठा है वहां पर नतमस्तक होकर इ श्रद्धालुओं ने प्रार्थना अर्चना की और महर्षि वेदव्यास जी से अपना जीवन सफल बनाने के लिए प्रार्थना की।
इस आयोजन में मंदिर कमेटी की पूरी टीम और जालंधर से रूद्र सेना संगठन द्वारा पूरा सहयोग किया गया। संगठन के उपाध्यक्ष करण गंडोत्रा, विकास भारद्वाज, मनीष भारद्वाज, दिनेश सनातनी, विक्रम चंद, विशाल शर्मा और कई साथी इस मौके पर सेवा के लिए तत्पर रहे। इस अवसर पर प्रधान अश्विनी शर्मा, मोहित शर्मा, रामकुमार, पन्नालाल, राजा शर्मा, ममता शर्मा, मधु शर्मा, रजनी बाला, रमेश कुमार, संदीप ऋषि, सोनिया शर्मा, सुनील कोच, संतोष, दामिनी, ज्योति, सुदेश कुमारी, बिमला रानी, रजनी बाला, अमित कुमार, रेणु ऋषि, राजेश ऋषि, कुलदीप कौर, राकेश ऋषि, सरपंच संजीव, नरिंदर सिंह चीमा आदि उपस्थित थे।
इतिहास को संजोए है ब्यास पिंड
इस अवसर पर गांव से पूजनीय बाबा महेंद्र सिंह विशेष तौर पर संगत के साथ उपस्थित हुए। उन्होंने बताया कि यह ब्यास पिंड बहुत ही ऐतिहासिक और पवित्र स्थान है यहां पर महर्षि द्वारा किया गया तप आज भी हमें उस सकारात्मकता का अहसास करवाता है। मंदिर परिसर में कमेटी द्वारा निर्माण कार्य शुरू करवाया गया है जिसके लिए कमेटी ने समूह सनातन समाज के साथ आकर मंदिर के कुंड द्वार के लिए प्रार्थना की है।