गुजरात/कच्छ, 16 जून (ब्यूरो) : चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के वीरवार को गुजरात में कच्छ के तट से टकराने के बाद तेज हवाएं चलने के कारण देवभूमि द्वारका जिले में कई पेड़ उखड़े गए। इनकी चपेट में आकर तीन लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कच्छ जिले के जखौ और मांडवी कस्बों के पास कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि घर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली टिन की चादरें उड़ गईं।
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि शाम सात बजे तक चक्रवात संबंधी घटनाओं के कारण मौत की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘देवभूमि द्वारका जिले में पेड़ गिरने से तीन लोगों को चोटें आई हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। गुजरात पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना के दल द्वारका के अलग-अलग हिस्सों में उखड़े पेड़ों और बिजली के खंभों को हटाने का काम कर रहे हैं।’’ भुज की डीएम अमित अरोड़ा ने बताया कि अब तक लगभग 150-200 बिजली के खंभे गिरे हैं, 6 बिजली उपकेंद्र बंद हैं। 15 वाटरवर्क्स सेंटर पर समस्याएँ हैं लेकिन वे जनरेटर सेट द्वारा समर्थित हैं।
स्थिति नियंत्रण में हैं, लगभग 180-200 पेड़ गिरे हैं, सभी को हटा दिया गया है। हम स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं, हमारी कोशिश है कि कम से कम नुकसान हो। इससे पहले, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार शाम को कहा कि गुजरात तट पर चक्रवात ‘बिपारजॉय’ ने शाम 4.30 बजे दस्तक दी और इसके टकराने की प्रक्रिया मध्यरात्रि तक पूरी होगी। आईएमडी ने कहा कि तटीय गुजरात के साथ द्वारका, ओखा, नलिया, भुज, पोरबंदर और कांडला में वीरवार सुबह से भारी बारिश हो रही है। तटीय इलाकों में 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की तेज हवाएं भी चल रही हैं। वहीं, राज्य प्रशासन ने आठ तटीय जिलों से 94,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।