चंडीगढ़, 31 मई (ब्यूरो) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे द्वारा किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाड़ी जसइंदर से नौकरी दिलवाने के बदले 2 करोड़ रुपए के मामले में प्रेस वार्ता दौरान खुलासा किया था। इसके कुछ देर बाद अब पूर्व सीएम चन्नी ने प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को लेकर खुलासा किया है। पूर्व सीएम चन्नी ने सीएम मान पर आरोप लगाए है कि मुझे बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। यह मुझे ही नहीं सभी कांग्रेसियों को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। पूर्व सीएम चन्नी ने कहा कि ऐह सवा साल दा मैनू बदनाम करन नूं तुलेया पेया है। मेरा एनकाउंटर करवा दे…।
उन्होंने कहा कि सीएम मान ने मेरे भांजे हनी को भी मामले में जोड़ने की कोशिश की थी। वहीं इसके बाद अब उनके भतीजे को बदनाम करने की कोशिश की। चन्नी प्रेस वार्ता में अपने भतीजे को भी साथ लेकर आए। उन्होंने कहा कि उनके छोटे भाई की पूरी फैमिली डाक्टर है और उनका भतीजा भी डाक्टरी कर रहा है। मेरे भाई मनोहर का बेटा जशन इस समय एमडी कर रहा है। उन्होंने कहा मुझे लगता है कि जसइंदर भगवंत मान के पास आया होगा और नौकरी की बात की होगी। लेकिन भगवंत मान ने उसे कहा होगा कि चन्नी को बदनाम करना होगा। जिसके बाद मेरे खिलाफ यह साजिश रची गई है। सीएम मान ने पत्र भी दिखाया है। जिसमें उन्होंने कहा कि जसइंदर ने इस मामले को लेकर मार्च 2021 में हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जहां उसकी याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। इसके सबूत भी उन्होंने पेश किए।
चन्नी ने आज एक बार फिर से कहा कि उन्होंने कभी भी किसी व्यक्ति को नौकरी देने के दौरान यह नहीं कहा कि मेरे भतीजे या मेरे भांजे को मिल ले। उन्होंने कहा कि मैं ऐसा कभी कर ही नहीं सकता। उन्होंने कहा कि मैंने कभी झूठी सौंगद नहीं खाई थी और ना ही मैं कभी झूठी सौंगद खाऊंगा। वहीं इस मामले को लेकर चन्नी के भतीजे जशन के कहा कि वह कभी जसइंदर से मिला ही नहीं है। मुझे और मेरे परिवार को बदनाम किया जा रहा है। जशन ने कहा मैं तो जसइंदर को जानता भी नहीं हूं। वहीं परगट सिंह ने दावा किया है कि पंजाब कैबिनेट जसइंदर की कैटेगेरी को नौकरी दे ही नहीं सकती और ना ही सीएम भगवंत मान उसे नौकरी दे सकते है। उन्होंने कहा कि जसइंदर डी रैंक का खिलाड़ी है।उन्होंने कहा कि जसइंदर अभी भी पंजाब किंग्स इलेवन की प्लेइंग इलेवन में नहीं है। उन्होंने कहा कि वह अभी भी 23 वें खिलाड़ी के रूप में है। उन्होंन कहा कि यह सीएम मान की आदत है कि एक सनसनी बनाकर मुद्दे को दूसरी ओर डायवर्ट करना होता है। उन्होंने कहा कि मैं तो हैरान हूं ऐसी स्टेटमैंट कोई आप का प्रवक्ता दे तो कहे लेकिन सीएम के लैवल पर ऐसी स्टेटमैंट शोभा नहीं देती।
वहीं इस मामले को सुखपाल खैहरा ने सोशल मीडिया के जरिये खुलासा किया है। सुखपाल खैहरा ने कहा कि मुझे यकीन है कि भगवंत मान को हाईकोर्ट के 31.3.21 के फैसले के बारे में पता है, जिसमें जसिंदर बैदवान की अपील को माननीय हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था, तो चरणजीत चन्नी सहित किसी भी सीएम के लिए 2 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगना कैसे संभव है, जैसा कि सीएम मान ने आज अपने द्वारा की हगाई प्रेस वार्ता के दौरान आरोप लगाया गया है। यह नकली क्रांतिकारियों द्वारा अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने के लिए गढ़ी गई एक और मुर्गे और बैल की कहानी है। दागी मंत्री कटारुचक पर लगे ठोस आरोपों पर भगवंत मान चुप क्यों हैं? केवल कांग्रेसी नेताओं को ही क्यों निशाना बनाया जा रहा है? इस दौरान उन्होंने दो पत्र जारी किए है। जिसमें कहा गया है कि बैडवान को 31 मार्च, 2021 को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से बर्खास्त कर दिया गया है। यह जानकारी मुख्यमंत्री और जसिंदर ने पीसी में साझा नहीं की गई।