चंडीगढ़, 31 मई (ब्यूरो): पंजाब से बड़ी खबर है। एक बार फिर से पंजाब मंत्रिमंडल में बदलाव होने जा रहा है। इससे पहले स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. इंदरबीर सिंह निज्जर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस्तीफा स्वीकार करते हुए राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को भेज दिया है। इसके साथ दो विधायकों को आज मंत्रिमंडल में शामिल करने को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने इस फेरबदल के बारे में बताया कि राज्यपाल को भेजे पत्र में भगवंत मान ने इंदरबीर सिंह निज्जर को निजी आधार पर मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने को कहा है।
इस विधायक को मिलेगी मंत्री की कुर्सी
मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर जालंधर जिले के करतारपुर विधायक बलकार सिंह और लंबी विधायक गुरमीत सिंह के नाम का भी प्रस्ताव रखा है। उन्होंने राज्यपाल से दो विधायकों को मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाने की मंजूरी देने का अनुरोध किया। करतारपुर विधानसभा हलके के विधायक बलकार सिंह काफी प्रभावशाली माने जाते हैं। वे पंजाब पुलिस में एएसआई के तौर पर भर्ती हुए थे। जालंधर के डीएसपी के पद से रिटायर होने के बाद राजनीति में उतरे। जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए संयुक्त रूप से हर एक विधानसभा क्षेत्र के लिए रणनीति बनाई जिसमें कामयाब रहे। उनके क्षेत्र करतारपुर से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुशील रिंकू को 13890 वोटों से अधिक लीड मिली। उसके बाद पार्टी में उनका कद बढ़ गया
इस दिन कैबिनेट मंत्री बने डॉ इंदरबीर निज्जर
जानकारी के अनुसार 7 जुलाई 2022 को अमृतसर दक्षिण से विधायक डॉ इंदरबीर सिंह निज्जर, समाना विधानसभा क्षेत्र से चेतन सिंह जोरा माजरा, सुनाम विधानसभा क्षेत्र से अमन अरोड़ा, अनमोल गगन मान खरड़ विधानसभा क्षेत्र से और फौजा सिंह सारारी ने गुरु हर्षाय से पंजाब कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
कौन हैं डॉ इंदरबीर निज्जर?
मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले डॉ. इंदरबीर सिंह निज्जर अमृतसर जिले की अजनाला तहसील के रहने वाले हैं। इंदरबीर सिंह निज्जर ने श्रीनगर से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की, इसके बाद उन्होंने जिला अमृतसर मेडिकल कॉलेज से एमडी किया और रेडियोलॉजिस्ट हैं। मंत्री डॉ. इंदरबीर सिंह निज्जर अमृतसर में डायग्नोस्टिक सेंटर चलाते थे।
इंदरबीर सिंह निज्जर ने 2017 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए अमृतसर दक्षिण से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने पंजाब विधान सभा चुनाव 2022 में फिर से अमृतसर दक्षिण से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
क्यों हटाया गया इंदरबीर निज्जर को?
जुलाई 2022 में डॉक्टर निज्जर को लोकल बॉडी के मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सूत्रों के मुताबिक निज्जर को हटाने के दो कारण बताए जा रहे हैं। पहला यह कि वह किसी व्यक्ति के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई किए जाने का विरोध कर रहे थे। उन्होंने अपनी नाराजगी को सार्वजनिक तौर पर भी जाहिर किया था। इससे सरकार की किरकिरी हुई थी।
दूसरा यह है कि अवैध होटलों और भवनों पर नकेल कसने में उनका विभाग बिल्कुल विफल रहा था। निज्जर दोपहर को ही मुख्यमंत्री को इस्तीफा भेज दिया था जिसमें कारण निजी बताया गया।