जालंधर, 27 मार्च (धर्मेंद्र सौंधी) : हंसराज महिला महाविद्यालय जालंधर द्वारा आर्य समाज का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आर्य युवति सभा के संस्कृत विभाग के सदस्य एवं अन्य विभागों के छात्र-छात्राओं ने समारोह में भाग लिया और आर्य समाज के सिद्धांतों और वर्तमान परिदृश्य में उनके महत्व पर अपने विचार साझा किए। प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आर्य समाज की महान विभूतियों के आगे हम सभी को शीश झुकाना चाहिए। एचएमवी आर्य समाज के सिद्धांतों को देश की युवा पीढ़ी के बीच फैलाने के लिए लगातार काम कर रहा है।
यह निश्चित रूप से समाज को एक सकारात्मक और सुंदर बदलाव देगा। उन्होंने हमारे दैनिक जीवन में वेद, योग और प्राणायाम को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने “सत्यप्रकाश” के महान लेखक को श्रद्धांजलि दी और सभी को नव हिंदू वर्ष की बधाई दी। 25 छात्रों ने अपने विचार साझा किए। शाम को निवासी विद्वानों के लिए योग सत्र का भी आयोजन किया गया। डीन वैदिक अध्ययन डॉ. ममता ने भी इस अवसर पर सभी को बधाई दी। संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. मीनू तलवार ने विद्यार्थियों को स्वराज्य और स्वदेश का वास्तविक अर्थ समझाया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक महिला को आर्य समाज का ऋणी होना चाहिए। उन्होंने धन्यवाद प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योति गोगिया व छात्रावास वार्डन भी वहां मौजूद थे.