जालंधर/चंडीगढ़, 22 मार्च (ब्यूरो) : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने जालंधर नगर निगम के सहायक टाऊन प्लानर (एटीपी) रवि पंकज शर्मा और उसके दो साथियों, कुनाल कोहली और अरविन्द शर्मा उर्फ अरविंद मिश्रा, दोनों निजी व्यक्ति, को 8 लाख की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ़्तार किया है। इस मामले से सम्बन्धित चौथे मुलजिम आशीष अरोड़ा की गिरफ़्तारी होनी बाकी है। मुलजिमों को अदालत में पेश किया गया, जहां पांच दिनों की रिमांड पर विजीलैंस के हवाले कर दिया गया है।
विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता के मुताबिक कुनाल कोहली के पास से कई बैंकों के एटीएम, दो प्रैस के आई कार्ड के अलावा पांच जिंदा कारतूस और एक रिवॉल्वर भी बरामद हुआ। इसके इलावा उक्त दोषी की कार में से अलग-अलग व्यक्तियों के खि़लाफ़ फ़र्ज़ी शिकायतें करने वाली कई फाइलें भी बरामद की हैं, जिससे लगता है कि उक्त दोषी आम लोगों के खि़लाफ़ झूठी शिकायतें करने के बाद निपटारे की ख़ातिर राज़ीनामा करवाने के लिए रिश्वतें वसूल करते था।
विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि गाँव बाठ कलाँ ज़िला जालंधर के निवासी और कैसल हेरिटेज कंपनी के डायरैक्टर नरिन्दर सिंह ने साल 2005 में नगर निगम जालंधर से बाकायदा नक्शा (मेप प्लान) स्वीकृत कराने के उपरांत जालंधर में मैरिज पेलेस ‘बाठ कैसल’ का निर्माण करवाया था।
शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को बताया कि उसको उक्त ए. टी. पी. से तिथि 20- 01-2023 को एक पत्र प्राप्त हुआ था जिसमें लिखा हुआ था कि नगर निगम को एक शिकायत मिली है, जिस अनुसार बाठ कैसल को नगर निगम जालंधर की मंजूरी के बिना गैर-कानूनी ढंग के साथ बनाया गया था जिस कारण कंपनी को उक्त पेलेस का प्रवानित मेप प्लान और मुकम्मल होने का सर्टिफिकेट तीन दिनों के अंदर जमा करवाने के लिए कहा गया था।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इसके बाद बाठ कैसल के डायरैक्टर नरिन्दर सिंह ने उक्त दोषी ए. टी. पी. के साथ मुलाकात की, जिसने उसे अपने निजी व्यक्तियों कुनाल कोहली, आशीष अरोड़ा और अरविन्द शर्मा की तरफ से बाठ कैसल के खि़लाफ़ की शिकायत दिखाई। उक्त दोषी एटीपी ने शिकायतकर्ता को सलाह दी कि यह प्राईवेट व्यक्ति पैसे लिए बिना शिकायत वापस नहीं लेंगे और मामले को निपटाने के लिए 15 लाख रुपए अदा करने पड़ेंगे।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इसके बाद उक्त सहायक टाऊन प्लानर रवि पंकज शर्मा ने नरिन्दर सिंह की कुनाल कोहली के साथ मुलाकात करवाई, जिसने शिकायत वापस लेने के लिए 20 लाख रुपए की माँग की। शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो को आगे बताया कि इस मामले को निपटाने के लिए सौदा 10 लाख रुपए में तय हुआ है और रवि पंकज शर्मा ने उससे पहले ही दो किश्तों में 2 लाख रुपए ले लिए हैं और वह बाकी रहते 8 लाख रुपए की माँग कर रहा था।