जालंधर, 09 मार्च (धर्मेंद्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय ने प्रधानाध्यापक प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के गतिशील मार्गदर्शन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया। इसका आयोजन महिला अधिकारिता प्रकोष्ठ द्वारा डॉ. रमनीता सैनी शारदा और श्रीमती प्रोतिमा मंडेर के नेतृत्व में किया गया था। प्राचार्य डॉ. अजय सरीन ने रिसोर्स पर्सन डॉ. तान्या सोही का स्वागत किया और सेल को आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने अपनी राय व्यक्त की कि मजबूत महिलाएं मजबूत राष्ट्र का निर्माण करती हैं। इसलिए महिलाओं को सशक्त बनाने से बड़े पैमाने पर राष्ट्र का सशक्तिकरण होता है।
उत्सव का अनूठा हिस्सा राजनीति विज्ञान (ऑनर्स) के छात्र द्वारा संबोधित किया गया था, जो इस तथ्य का उदाहरण है कि एचएमवी महिलाओं को पर्याप्त अवसर प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है। मानवी शर्मा ने महिलाओं से संबंधित विभिन्न कानूनों के बारे में बात की और इन कानूनों में रोमांचक खामियों पर भी प्रकाश डाला। संबोधन के बाद छात्रों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। दिन की वक्ता, डॉ. तान्या सोही, अंग्रेजी की सहायक प्रोफेसर, राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, ने छात्रों को ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को चिह्नित करने के लिए उसकी कहानी को फिर से बताना’ पर वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने अनुभवों, आशंकाओं को दर्ज करने और पहचान बनाने के लिए कहानियों की प्रासंगिकता पर बात की। कहानियाँ सांस्कृतिक रूप से शक्तिशाली प्रतिनिधित्व हैं, इसलिए यह न केवल इन कहानियों को फिर से बताने के लिए बल्कि प्रश्न पूछने के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने वास्तविकता का निर्माण करने वाली पौराणिक कहानियों के बारे में बात की: मेडुसा, पेंडोरा, ईव, सीता, द्रौपदी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि इन कहानियों को अब मार्गरेट एटवुड और चित्रा बनर्जी दिवाकरुनी जैसे लेखकों द्वारा फिर से लिखा जा रहा है। मानव का सिनेमाई प्रतिनिधित्व भी अब महिलाओं पर आधारित विषयों की ओर बढ़ रहा है। डॉ. रमनीता सैनी शारदा ने संसाधन व्यक्ति को धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।