जालंधर, 07 मार्च (कबीर सौंधी) : अधिकारियों द्वारा पनबस- पी.आर.टी.सी. में कार्यरत ठेका कर्मचारियों को पक्के करने का बार-बार आश्वासन दिया जाता रहा है लेकिन इस प्रति आवश्यक कदम न उठाए जाने से कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। सरकार द्वारा आगामी बजट सैशन में ठेका कर्मचारियों को पक्के करने की मंजूरी न दी गई तो वह चक्का जाम करने को मजबूर हो जाएंगे जिसके लिए सरकार की नीतियां जिम्मेदार होंगी। यह बातें जालंधर बस अड्डे में हुई पंजाब रोडवेज पनबस- पी.आर.टी.सी. ठेका कर्मचारी यूनियन की राज्य स्तरीय मीटिंग के दौरान पदाधिकारियों ने कहीं।
उन्होने कहा कि 15 मार्च से प्रदर्शनों की शुरूआत करते हुए राज्य के सभी डिपुओं में प्रदर्शन किए जाएंगे। यूनियन के संस्थापक कमल कुमार, प्रधान रेशम सिंह, महासचिव शमशेर सिंह ढिल्लों व ज्वाइंट सचिव जगतार सिंह की अगुवाई में हुई इस मीटिंग के दौरान पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले लम्बे अर्से से उन्हें मीठी गोली देकर समय निकाला जा रहा है जिसे वह और बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रधान रेशम सिंह ने कहा कि पिछले 10-15 वर्षों से पक्के होने की राह देख रहे कर्मचारियों को आर्थिक रूप से कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं लेकि न उनकी तरफ सरकार द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा। यूनियन के महासचिव शमशेर सिंह ढिल्लों ने कहा कि आपसी सहमति के साथ संघर्ष की रूप-रेखा तैयार कर ली गई है। इसी क्रम में बजट सैशन तक इंतजार किया जाएगा जिसके बाद 15 मार्च को पंजाब के सभी डिपुओं के समक्ष बड़े स्तर पर रोष प्रदर्शन करके सरकार का अर्थी फूंक प्रदर्शन होगा। वहीं 18 व 19 मार्च को मुख्यमंत्री के संगरूर स्थित निवास पर रोष मार्च किया जाएगा।
ढिल्लों ने कहा कि पिछले समय के दौरान रद्द किए गए सभी प्रदर्शन पुन: शुरू करने पर सहमति बनी है व इसी के चलते आने वाले दिनों में डिपो स्तरीय इकाईयां स्थानीय कर्मचारियों के साथ तालमेल करके गठजोड़ बढ़ाएंगी। इस मौके जोध सिंह, जलोर सिंह, कुलवंत सिंह, प्रदीप कुमार, बलविन्द्र सिंह, गुरप्रीत सिंह ढिल्लों, जतिन्द्र सिंह, राजकुमार, गुरप्रीत सिंह पन्नू, अवतार सिंह, दलजीत सिंह, बिक्रमजीत सिंह, सतपाल सिंह, परमजीत सिंह, रोही राम व अन्य मौजूद रहे।