जालंधर, 22 फरवरी (धर्मेंद्र सौंधी) : जालंधर के एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स के साइकोलोजी विभाग के छात्रों ने पंजाब में एकमात्र मानसिक स्वास्थ्य संस्थान विद्या सागर इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ अमृतसर का दौरा किया। इस दौरे के दौरान छात्रों को आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। इसके अलावा छात्रों ने डॉक्टरों और मरीजों से बातचीत कर अपनी शंकाओं का समाधान किया। छात्रों ने विभिन्न वार्डों का दौरा किया, डॉक्टरों से बातचीत की और विभिन्न मामलों की कहानियां सुनीं। साथ ही, उन्होंने बाइपोलर, सिज़ोफ्रेनिया आदि जैसे मानसिक विकारों के रोगियों को देखा। इस संस्था द्वारा पुनर्वास केंद्र भी स्थापित किया गया है जिसमें वहाँ रहने वाले रोगियों द्वारा कई कौशल सीखे जाते हैं जिनमें महिलाएँ कढ़ाई और स्वेटर बुनने का काम भी करती हैं। जिससे वे अपने जीवन को नई दिशा दे सकें।
इस अवसर पर कालेज के प्रिंसिपल डॉ. नीरजा ढींगरा जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी जरूरी है। मनोविज्ञान के छात्रों के लिए अपने विषय का अध्ययन करने के साथ-साथ ऐसी संस्था में जाकर उनकी समस्याओं को करीब से देखना एक अनूठा अनुभव है जिससे छात्र बहुत कुछ सीखते हैं कि इन मरीजों की समस्याओं को कैसे दूर किया जाए। समाज के लोगों में भी ऐसे लोगों के प्रति दया और अपनेपन का भाव होना चाहिए ताकि समाज में रहने वाला कोई भी व्यक्ति अपने आप को समाज से अलग न समझे।
कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. नीरजा ढींगरा जी ने मनोविज्ञान विभाग के मुखी मैडम मोनिका सेखों, डॉ. अंजना कुमारी, मैडम जागृति व मैडम जगमीत के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि छात्रों को इस तरह के भ्रमण पर ले जाना उनके लिए एक अलग अनुभव है जो उनके विषय में बहुत मददगार सिद्ध होगा।