चंडीगढ़, 18 फरवरी (ब्यूरो) : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने माफी मांगी है। मामला दस्तार के ऊपर हिमाचली टोपी पहनने का है। जिससे चन्नी एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार उनके साथ धार्मिक भावनाओं को आहत करने का विवाद जुड़ा है। दरअसल, चन्नी कुछ दिन पहले हिमाचल प्रदेश के दौरे पर थे। यहां उनकी मुलाकात हिमाचल प्रदेश के CM सुखविंदर सिंह सुक्खू से हुई।
उस दौरान CM सुक्खू द्वारा चन्नी के सम्मान के लिए उन्हें शॉल और टोपी पहनाई गई, लेकिन चन्नी ने हिमाचली टोपी दस्तार के ऊपर रख ली। इसके बाद मामले ने धार्मिक रंग ले लिया और सिख संगठनों द्वारा उनका विरोध व आपत्तियां जताई जाने लगी। इसके बाद उन्होंने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार से माफी मांग ली है।
सोशल मीडिया पर चन्नी की एक कथित ऑडियो रिकॉर्डिंग भी वायरल हो रही है। इसमें उनकी बातचीत संत सिपाही सोसाइटी लुधियाना से दविंदर सिंह से बातचीत हो रही है। जिसमें चन्नी के दस्तार पर हिमाचली टोपी रखने के मामले पर सवाल किया गया। चन्नी ने जवाब दिया कि उनके सम्मान के लिए ऐसा किया गया था और मैंने उतार दी थी।
चन्नी इस मामले पर माफी मांगते हुए भी सुनाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सम्मान करने वालों को यह पता नहीं था कि दस्तार पर टोपी नहीं रखनी है। कॉलर दविंदर सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब जाकर संगत से माफी मांगने की बात कही। इसके जवाब में चन्नी ने जत्थेदार के पास जाकर माफी मांगने की बात कही।
SGPC ने भी जताई आपत्ति
चरणजीत सिंह चन्नी के दस्तार पर हिमाचली टोपी रखने के मामले पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने भी आपत्ति जताई है। SGPC ने सिख परंपरा का उल्लंघन बताते हुए चन्नी से माफी मांगने की बात कही। हालांकि चन्नी द्वारा यह मामला अनजाने में होने की बात कहते हुए माफी मांगी जा रही है।