जालंधर, 15 फरवरी (धर्मेन्द्र सौंधी) : पंजाब सरकार के तानाशाही फैसले के विरोध में आज पीसीसीटीयू के शिक्षा बंद के आह्वान पर एचएमबी के शिक्षकों ने 10 से 2 बजे तक हड़ताल एवं गेट धरना दिया। यह हड़ताल पंजाब सरकार द्वारा कॉलेज अध्यापकों की सेवानिर्मित की आयु 60 साल से 58 साल करने के विरोध में की गई। पंजाब सरकार के इस शिक्षा विरोधी फैसले का जमकर विरोध हुआ। पीसीसीटीयू की जीएनडीयू वूमेन विंग प्रधान व एचएमबी यूनिट की प्रधान डा. आश्मीन कौर ने पंजाब सरकार को शीघ्र इस अध्यापक विरोधी फैसले को वापस लेने की अपील करते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो शीघ्र ही इस हड़ताल को जल्द ही तीव्र किया जाएगा।
एचएमवी यूनिट की सचिव डा. शालू बत्रा ने इस मानसिक अत्याचार का भरपूर विरोध करते हुए आप सरकार को ललकारते हुए कहा कि अगर इस सरकार को पंजाब में टिकना है तो उसे अध्यापकों की जायज मांगों को पूरा करना होगा। एचएमबी यूनिट की सह- सचिव डॉ सीमा खन्ना ने पंजाब सरकार को शीघ्र मांगे मानने की अपील की काकी विद्यार्थियों की शिक्षा का नुकसान ना हो। डा. सीमा मरवाहा ने कहा 58 पर रिटायरमेंट तभी सरकार की जाएगी अगर पेंशन लागू की जाए। इस हड़ताल को मैनेजमेंट एसोसिएशन एवं प्रिंसिपल एसोसिएशन का भी समर्थन प्राप्त है। इस मौके पर डॉक्टर हरप्रीत सिंह, डॉक्टर रविंद्र मोहन जिंदल ने सेंट्रलाइड एडमिशन पोर्टल के फैसले को भी वापस लेने की अपील की।