जालंधर/अमृतसर, 10 फरवरी (ब्यूरो) : गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर में एक दिवसीय बूट शिविर, प्रारंभिक चरण की महिलाओं के स्टार्ट अप पर जोर देने और पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी की टेक स्टार्ट-अप-कनेक्ट एंड ग्रो सीरीज़-अंडर-एसएचई (स्टार्टअप हैंडहोल्डिंग एंड एम्पावरमेंट) पहल के लिए खड़ा है। जीएनडीयू, अमृतसर के साथ साझेदारी का आयोजन किया गया। इस कैंप में एचएमवी के विद्यार्थियों व शिक्षकों ने भाग लिया। सत्र की आधिकारिक शुरुआत से पहले, प्रश्नोत्तरी और “महिला अधिकारिता और उद्यमिता” विषय पर विचारों का स्वस्थ आदान-प्रदान किया गया। यह अत्यधिक जानकारीपूर्ण गतिविधि थी। बाद में क्यू में इंक्यूबेशन सेंटर के सदस्य डॉ. अमनदीप सिंह ने उद्यमिता की अवधारणा, आइडिया पिचिंग और इससे जुड़े अन्य विचारों के बारे में बताया।
शैक्षणिक मामलों के डीन डॉ. सरबजोत सिंह बहल ने सत्र का उद्घाटन डॉ. पी.के. पति व अन्य। डॉ. सरबजोत सिंह बहल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, जिन्होंने अपने उत्साही शब्दों के साथ महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता विषय को उजागर किया। दिन की पहली वक्ता डॉ. दपिंदर कौर बख्शी-संयुक्त निदेशक, पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने एसएचई पहल और इस क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण की वर्तमान प्रतिशत तुलना के साथ सभी को अवगत कराया। श्रीमती शिखा सरीन, एक युवा उद्यमी, जिन्होंने एक उद्यमी के रूप में अपनी प्रेरक जीवन यात्रा को साझा किया। एक प्रश्न में श्री अमितेज सिंह थे, जिन्होंने इस क्षेत्र में 3P धैर्य, जुनून और दृढ़ता पर जोर दिया। आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़ी एंजेल पैराडाइज की मालकिन श्रीमती मुस्कान कपूर ने युवा महिलाओं को करियर में उतार-चढ़ाव के महत्व के बारे में बताया। यह वास्तव में बहुत सूचनाप्रद और आंखें खोलने वाला सत्र था। अंत में डॉ. स्वाति के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। छात्रों के साथ डॉ. जितेन्द्र, डॉ. मीनाक्षी दुग्गल मेहता और श्रीमती कनिका थीं। प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने छात्राओं को भविष्य में भी ऐसे शिविरों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।