जालंधर 06 जनवरी (धर्मेन्द्र सौंधी) : पंजाब एवं चंडीगढ़ कॉलेज टीचर्स यूनियन के फैसले के अनुसार एचएमवी यूनिट की ओर से सरकार के टीचर्स विरोधी फैसले के विरुद्ध जॉइंट एक्शन कमेटी की सपोर्ट से यूनिट सदस्यों की ओर से दो घंटे का गेट धरना दिया गया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो. डॉ. अजय सरीन ने भी यूनिट सदस्यों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि प्राइवेट कॉलेजों का काम इतना बेहतर होने के बावजूद उन्हें कम सुविधाएं दी जाती है। यहाँ तक कि पेंशन की भी सुविधा नहीं है। आज समय की मांग है कि हम सभी जॉइंट एक्शन कमेटी के बैनर तले इकठे होकर सरकार को जगाएं।
टीचर्स की रिटायरमेंट की उम्र 60 से घटाकर 58 वर्ष करना अति निंदनीय है। उन्होंने कहा कि टीचर्स की असली जगह कक्षा के अंदर है ना कि गेट पर दरियां बिछाकर बैठने में। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष को और तेज़ करने की ज़रूरत है। एचएमवी यूनिट की सचिव डॉ. शालू बत्तरा ने कहा कि टीचर्स के इस संघर्ष को प्रिंसिपल एसोसिएशन का भी समर्थन प्राप्त है। पंजाब सरकार की यह नीतियां शिक्षा विरोधी है जिससे युवाओं का भविष्य खतरे में है। यूनिट के वाईस प्रेजिडेंट डॉ. हरप्रीत सिंह ने कहा कि सरकार को अपनी नीतियों के बारे में फिर से सोचने की ज़रूरत है। विद्यार्थियों के भविष्य को धयान में रखते हुए सरकार को अपनी नीतियां सुधारनी चाहिए।