जालंधर 04 जनवरी (धर्मेन्द्र सौंधी) : पी.सी.सी.टी.यू के आह्वान पर एच.एम.वी यूनिट की तरफ से कालेज गेट पर दो घंटे का धरना दिया गया। यह धरना पंजाब सरकार के डी.पी.आई सहायता प्राप्त निजी कालेजों को अनुदान की अवधि 60 वर्ष से घटाकर 58 वर्ष करने का विरोध स्वरूप दिया गया था। यूनिट की अध्यक्षा डा आशमीन कौर ने कहा कि अपनी नोटिफिकेशन में सरकार ने कालेज टीचर्स की सेवानिवृति की आयु 60 वर्ष से घटाकर 58 वर्ष कर दी है, पंजाब के उच्च शिक्षा के क्षेत्र के लिए एवम स्टूडेंट्स के भविष्य के लिए यह बेहद खतरनाक साबित होगा।
उन्होंने खेद जताया कि पंजाब सरकार पहले ही निजी कालेजों के अध्यापकों को किसी प्रकार की पेंशन नहीं दे रही है और ऐसे में अगर सेवानिवृत आयु भी काम होगी तो कालेज अध्यापकों को रोज़ी के लाले पड़ेंगे। इससे स्टूडेंट्स को दक्ष एवम तजुर्बेकार अध्यापक भी नही मिलेंगे।यूनिट यूनियन की सचिव डा शालु बत्रा ने सरकार की नीतियां का विरोध दर्ज करवाते हुए सभी अध्यापकों से एकजुट रहने की अपील की ताकि वे अपनी अति जरूरी मांगों पर सरकार का समर्थन ले पाएं।