दिल्ली, 03 फरवरी (ब्यूरो) : कांग्रेस ने एलआईसी तथा सरकारी बैंकों के शेयरों में हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद आई गिरावट को गंभीर बताते हुए कहा है कि यह गरीबों के पैसे लुटवाए गए हैं और पार्टी 6 फरवरी को इसके विरोध में देशव्यापी आंदोलन करेगी। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के बाद से अडाणी समूह लगातार विपक्ष के निशाने पर है। संसद में भी इसे लेकर हंगामा हुआ और विपक्षी पार्टियों ने सरकार से जांच की मांग की है। अब कांग्रेस ने अडाणी समूह पर लगे आरोपों की जांच सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) या संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से करवाने की मांग करते हुए कहा है कि वह 6 फरवरी को देशभर में प्रदर्शन करेगी।
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “जनहित को देखते हुए हम सुप्रीम कोर्ट या JPC से अडाणी मामले की जांच करवाना चाहते हैं। मामले की जांच की रोजाना रिपोर्टिंग होनी चाहिए।” कांग्रेस के कार्यकर्ता 6 फरवरी को हर जिले में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन कर लोगों को यह बताएंगे कि कैसे मोदी सरकार ने इन सरकारी संस्थाओं को अडाणी समूह में पैसा लगाने के लिए ‘मजबूर’ किया।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रदर्शन का ऐलान करते हुए कहा कि सरकार देश के लोगों की मेहनत के पैसे को प्रधानमंत्री के दोस्त के लिए जोखिम में नहीं डाल सकती। LIC ने अडाणी समूह में 36,474.78 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। वहीं भारतीय बैंकों ने कुल मिलाकर लगभग 80,000 करोड़ रुपये इसमें निवेश किए हैं। उन्होंने कहा कि हेरफेर की खबरों के बाद भी ये निवेश जारी है, जबकि समूह अरबों रुपये गंवा चुका है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि उनकी पार्टी किसी कारोबारी घराने के लिए खिलाफ नहीं है, लेकिन वो क्रॉनी कैपिटलिज्म का विरोध करती है। जब चुनिंदा अरबपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए नियम बदले जाते हैं तो उसका विरोध करती है। खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि उन्होंने एक ऐसे समूह को LIC और SBI में हिस्सा दिया है, जिस पर देश की सबसे बड़ी धोखाधड़ी का आरोप है।
पिछले हफ्ते हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से ही अडाणी समूह के शेयरों में गिरावट जारी है और अब तक उसे 100 अरब डॉलर (लगभग 8.2 लाख अरब रुपये) का नुकसान हो चुका है। LIC ने भी अडाणी समूह की कई कंपनियों में निवेश किया हुआ है, इसी कारण शेयरों की कीमत गिरने से LIC को भी नुकसान हो रहा है। शुरूआती तीन दिन में ही LIC को लगभग 16,627 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया था।
अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में गौतम अडाणी पर ‘कार्पोरेट जगत की सबसे बड़ी धोखाधड़ी’ का आरोप लगाया है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडाणी समूह की कंपनियों पर इतना कर्ज है, जो पूरे समूह को वित्तीय तौर पर अधिक जोखिम वाली स्थिति में खड़ा कर देता है। अडाणी पर अपने परिवार के जरिए फर्जी कंपनी चलाने का आरोप भी लगाया गया है। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज किया है।