चंडीगढ़, 02 फरवरी (ब्यूरो) : यूथ अकाली दल ने आगामी जालंधर लोकसभा उपचुनाव में समाज के हरेक वर्ग के साथ विश्वासघात करने के अलावा राज्य के हितों को बेचने वाली जनविरोधी भ्रष्ट आम आदमी पार्टी को पूरी तरह से बेनकाब करने का संकल्प लिया है। आज यूथ अकाली विंग की एक मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए इसके काॅर्डिनेटर परमबंस सिंह रोमाणा ने आगामी उपचुनाव में आम आदमी पार्टी का पर्दाफाश करने के लिए युवा रणनीति तैयार करने के लिए वरिष्ठ नेतृत्व के साथ विस्तृत चर्चा की।
रोमाणा ने नौजवान नेताओं ने कहा कि समाज के सभी वर्ग आम आदमी पार्टी द्वारा अपने वादों से मुकरने के बाद धोखा देने के बाद अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। उन्होने कहा कि युवाओं के साथ विशेष रूप से भेदभाव किया गया, यहां तक कि सरकारी नौकरियों में खाली पदों को भरा नही जा रहा है, जबकि आप पार्टी की सरकार के कार्यकाल के दौरान कुछ भर्तियों में भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार और यहां तक कि धोखाधड़ी भी की गई। उन्होने कहा कि आप पार्टी को सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नौजवानों का इससे पूरी तरह से मोहभंग हो गया है और वे जालंधर उपचुनाव में आप पार्टी की हार सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएंगें।
इस अवसर पर परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा, ‘‘नौजवान आप पार्टी के पदाधिकारियों से भिड़ेंगें और उन्हे यह बताने पर मजबूर कर देंगें कि पंजाब में शासन दिल्ली में पार्टी के आलाकमान के अधीन क्यों है और जालंधर उपचुनाव में पार्टी के लिए वोट मांगने से पहले हम इसके संयोजक अरविंद केजरीवाल को सतलुज यमुना लिंक नहर पर हरियाणा समर्थक रूख की निंदा करने के लिए मजबूर करेंगें। उन्होने कहा कि प्रो. दविंदपाल सिंह भुल्लर को रिहा नहीं किया जा रहा है, क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पिछले एक साल से उनकी रिहाई के आदेश पर हस्ताक्षर नही कर रहे हैं।
वह भी उपचुनाव में प्रमुख मुददा होगा। उन्होने कहा,’’ पंजाब में राम रहीम को सत्संग की सुविधा देकर मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा दोषी बलात्कारी राम रहीम को सुविधा दिए जाने से नौजवान बहुत ज्यादा क्रोधित हैं तथा युवा इसे तत्काल रोकने की मांग करेंगें’’। रोमाणा ने उपचुनाव प्रचार के लिए युवाओं की रणनीति का जिक्र करते हुए कहा उपचुनाव में शिअद-बसपा गठबंधन की चुनावों में आपसी तालमेल के लिए अलग कमेटियां बनाई जाएंगी। उन्होने कहा कि भ्रष्ट और विफल आप पार्टी की सरकार के साथ-साथ सिख विरोधी कांग्रेस और विभाजनकारी भाजपा को संयुक्त रूप से लड़ने के लिए बसपा के युवा कैडर के साथ एक समन्वय अभ्यास शुरू किया जा रहा है।