जालंधर, 14 जनवरी (धर्मेंद्र सौंधी) : हंसराज महिला महाविद्यालय जालंधर के एनएसएस विभाग की ओर से राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया गया। स्वतंत्रता सेनानी सरदार भगत सिंह के भतीजे प्रोफेसर जगमोहन सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। पूर्व संध्या की शुरुआत पवित्र दीप जलाकर की गई। प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने मुख्य अतिथि को प्यार के प्रतीक के रूप में पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया। प्रो. जगमोहन सिंह ने स्वामी विवेकानंद और उनके मामा सरदार भगत सिंह के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने जेल में बंद भगत सिंह और उनके साथियों के संघर्ष का चित्रण कर हमें जीवंत कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सरदार भगत सिंह न केवल एक स्वतंत्रता सेनानी थे बल्कि एक महान विद्वान भी थे। प्रो. जगमोहन ने विद्यार्थियों को बताया कि सरदार भगत सिंह ने अपने जीवन में लगभग 300 पुस्तकें पढ़ीं जिनमें से अधिकांश उनके कारावास में पढ़ी गईं। साथ ही उन्होंने छात्रों को स्वामी विवेकानंद के जीवन के बारे में बताया और कहा कि उन्होंने हमेशा युवाओं को समाज के उन्नयन के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि किताबें हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं और किताबों की मदद से ही हम अपने विचारों को बदल सकते हैं और विचारों से हम खुद को बदल सकते हैं और अगर हम खुद को बदलेंगे तो पूरी दुनिया अपने आप बदल जाएगी। उन्होंने आगे एनएसएस स्वयंसेवकों को हमारे देश में प्रतिभा पलायन और बेरोजगारी की समस्याओं से अवगत कराया और इन मुद्दों से बाहर आने के लिए विभिन्न समाधान भी सुझाए। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वीणा अरोरात ने उन्हें परिसर में आयोजित सात दिवसीय एनएसएस शिविर के बारे में बताया और एनएसएस स्वयंसेवकों को कड़ी मेहनत करने और पूरे जोश और उत्साह के साथ इस तरह की गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। एनएसएस की कार्यक्रम सलाहकार डॉ. अंजना भाटिया ने छात्रों को प्रो. जगमोहन सिंह के विराट व्यक्तित्व से अवगत कराया। कार्यक्रम के अंत में पोस्टर मेकिंग, नुक्कड़ नाटक, वीडियो प्रस्तुति और डायरी लेखन के विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए। कार्यक्रम सलाहकार डॉ. अंजना भाटिया, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वीणा अरोड़ा, सुश्री हरमनु पॉल, सुश्री भावना और श्री परमिंदर सिंह को सात दिवसीय एनएसएस शिविर में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाण पत्र दिया गया। इस अवसर पर मंच संचालन डा. अंजना भाटिया एवं डा. मीनू तलवार ने किया। इस दिन श्रीमती नीता मलिक, डॉ. ज्योति गोगिया और डॉ. बलजिंदर सिंह भी मौजूद थे।