फतेहाबाद, 11 जनवरी (ब्यूरो) : महिलाओं से तंत्र-मंत्र के बहाने नशीला पदार्थ देकर उनसे दुष्कर्म करने व उनकी अश्लील वीडियो बनाने के दोषी जलेबी बाबा को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज बलवंत सिंह की अदालत ने 14 साल की सजा सुनाई है। जलेबी बाबा महिलाओं के कष्ट हरने के नाम पर उनको पहले चाय में नशीला पदार्थ देता था। इसके बाद नशे की हालत में महिलाओं की अश्लील वीडियो तो बनाता ही था, साथ ही उनसे इस काम के लिए स्वीकारोक्ति भी करवाता था।
जलेबी बाबा को अदालत ने दो महिलाओं से दुष्कर्म करने व पॉस्को एक्ट के एक मामले में दोषी मानते हुए उसे पॉस्को एक्ट में 14 साल, दुष्कर्म मामले में सात-सात साल व आईटी एक्ट में पांच साल की सजा सुनाई, वहीं उसे 35 हजार रुपये का जुर्माना किया है। जुर्माना न भरने की सूरत में दो साल की अतिरिक्त सजा और भुगतनी होगी। सभी सजाएं एक साथ चलेंगी।
उल्लेखनीय है कि जुलाई 2018 में बाबा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह एक महिला से दुष्कर्म करता नजर आ रहा था। वीडियो के वायरल होते ही टोहाना में विरोध के स्वर फैल गए और बाबा के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। टोहाना पुलिस ने 19 जुलाई 2018 को टोहाना शहर थाने के तत्कालीन प्रभारी प्रदीप कुमार की शिकायत पर बाबा अमर पुरी उर्फ बिल्लूराम उर्फ जलेबी बाबा के खिलाफ दुष्कर्म, पॉस्को एक्ट सहित अनेक धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी बाबा को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर उसके घर से अफीम, पिस्तौल व अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया था। पुलिस ने 100 के करीब महिलाओं के साथ बाबा द्वारा संबंध बनाने की वीडियो भी बरामद किया था। उसे अदालत ने पांच जनवरी को दोषी करार दिया था।
गौरतलब है कि करीब 20 साल पहले पंजाब के मानसा जिला निवासी अमरवीर टोहाना में आया था। यहां पर आकर टोहाना की नेहरू मार्केट में जलेबी की रेहड़ी लगाई। जलेबी का कारोबार अच्छा चलने पर गजरेला बनाने लगा और काम बढ़ा लिया। दुकान का नाम भी अमरवीर के पंजाबी तोहफे रख लिया। वह यह कारोबार करीब 10 साल तक चलाता रहा और उसने अच्छे रुपये भी बटोरे।
इसी दौरान उसकी पत्नी की मौत हो गई। परिवार में चार लड़कियां और दो लड़के हैं। इसी दौरान पंजाब से एक तांत्रिक आया। उसने अमरवीर को तांत्रिक विद्या के बारे में जानकारी दी। बताया जा रहा है कि दो साल तक टोहाना से गायब रहा। बाद में टोहाना वापस पहुंचा। वार्ड नंबर 19 के शक्ति नगर में बाबा अमर पुरी उर्फ बिल्लूराम उर्फ जलेबी बाबा ने मकान लिया। वहां बाबा बालकनाथ के नाम से आश्रम बनाया और उसी के साथ ही अपना मकान बना लिया और बच्चों के साथ यहां रहना शुरू कर दिया।
अमरवीर ने अपना नाम बदलकर अमरपुरी रख लिया। लोगों के दुख और कष्ट हरने के लिए बाहर बोर्ड लगा दिया। तांत्रिक विद्या का जादू चला और लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। जिसके बाद बाबा के पास माया भी आनी शुरू हो गई। इस दौरान उसने लड़कियों समेत छह बच्चों की शादी पंजाब में कर दी। जिसके बाद सभी बच्चे पंजाब में ही रहने लग गए।
बताया जा रहा है कि बच्चों की शादी होने के बाद पांच से छह महिलाएं बाबा के पास रहने के लिए आ गई। ये महिलाएं बाहर से आने वाली महिलाओं को बाबा के बारे में जानकारी देती और उनके दुख हरने का दावा भी करती थी। बताया जा रहा है कि जितनी भी कमाई होती थी उसमें महिलाओं का भी हिस्सा होता था। जिन महिलाओं को बाबा अपने आश्रम के अलग कमरे में ले जाता था, उनसे नशे की हालत में स्वीकारोक्ति भी करवाता था, यह उनकी मर्जी से हो रहा है। बाबा उनके कष्ट दूर कर रहा है।