मानव को सुख पाना है तो अच्छे कर्म करे तथा बुरे कर्मों से बचे : नवजीत भारद्वाज
मां बगलामुखी धाम में मां बगलामुखी जी के निमित्त भव्य माता जी की चौंकी का आयोजन 9 जनवरी दिन सोमवार को
जालंधर, 07 जनवरी (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले लगभग 21 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है।
सर्व प्रथम मुख्य यजमान मुकेश चौधरी से सपरिवार वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरांत ब्राह्मणों ने आए हुए सभी भक्तों से हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई । इस सप्ताह श्री शनिदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई। हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि अच्छे व बुरे दोनों प्रकार के कर्मों का फल मिलता है। यदि मानव अच्छे कर्म करता है तो वह इस जन्म के साथ अगले जन्म में भी सुख भोगेगा लेकिन बुरे कर्म करेगा और जीवों की हिंसा, दूसरों को परेशान करेगा तो उसे अगले भव में नरक या तारमन्स गति मिलेगी।
मानव को यदि सुख पाना है तो वह अच्छे कर्म करे तथा बुरे कर्मों को करने से बचे। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि इस विपाक सूत्र में दो भाग है। दु:ख विपाक व सुख विपाक। दोनों भागों में मानव के द्वारा अच्छे व बुरे कर्म करने पर क्या स्थिति व दुर्गित बनती है इसकी कई गाथाएं हैं। मानव को उसके अच्छे व बुरे दोनों प्रकार के कर्मों का फल मिलता है। इसलिए मानव को सदैव शुभ व अच्छे कर्म करना चाहिए ताकि वह सुख प्राप्त करे। यदि मानव बुरे कर्मों का बंधन करेगा तो उसे भी आगामी समय या अगले भव में दु:ख ही उठाना पड़ेगा। इसलिए बुरे कर्म करने से पहले सोचो।
इस अवसर पर मधुकर कत्याल, संजीव सोंधी,राकेश प्रभाकर, प्रिंस कौंडल, गौरव कोहली, एडवोकेट राज कुमार,सौरभ अरोड़ा, सोनू छाबड़ा, बावा खन्ना, राजेंद्र कत्याल, रोहित बहल, मानव शर्मा,मोहित बहल, अशोक शर्मा, विक्र म भसीन, गोपाल मालपानी, राघव चढ्ढा, समीर कपूर, अश्वनी शर्मा, संजीव शर्मा, राजेश अग्रवाल, मुकेश चौधरी, मुनीश शर्मा, यज्ञदत्त, मधुकर कत्याल, यजुर वासन, रोहित भाटिया, राकी, ओंकार सिंह,राकी,करन वर्मा, मुकेश चौधरी, राजेश महाजन, राजीव, दिशांत शर्मा, अशोक शर्मा, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, साबी, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, सुनील वर्मा,पंकज, अशोक शर्मा, प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।