जालंधर, 30 दिसंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर के पंजाबी विभाग के अध्यक्ष श्री संदीप सिंह ने कॉलेज की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक परंपरा को बरकरार रखते हुए अपने काव्य संग्रह ‘बेतरतीब’ की ना केवल खूबसूरत रचना की बल्कि इसका पदार्पण भी साउथ एशियन कल्चर सेंटर ऑक्सफोर्ड यूके में किया। विभिन्न विषयों से सुसज्जित इस काव्य संग्रह की भूमिका पंजाबी के प्रतिष्ठित कवि पदम श्री डॉ सुरजीत पातर एवं पंजाब परिषद के सचिव डॉ लखविंदर सिंह जोहल ने लिखी। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने श्री संदीप सिंह को उनकी इस उपलब्धि पर मुबारक देते हुए भविष्य में भी अपनी काव्य- रचना को निरंतर गति देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मुझे भी इस काव्य रचना को पढ़ने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है और मैंने यह महसूस किया है कि ना केवल यह काव्य संग्रह भावों से ओतप्रोत है बल्कि इसमें भविष्य को निरंतर निखारने के, रिश्तो को मजबूत बनाने के, आपसी सामंजस्य को बनाए रखने के महत्वपूर्ण पहलुओं को बड़ी सुंदरता से उकेरा गया है।
‘बेतरतीब’ काव्य रचना में जहां एक तरफ मां के प्यार की अनुभूति को बड़ी सुंदरता से व्यक्त किया गया है वहां दूसरी तरफ आज के इंसान की बदलती फितरत को भी इसमें कहा गया है। उन्होंने कहा मैं हमेशा यही चाहूंगी कि श्री संदीप इसी तरह अपनी काव्य यात्रा में निरंतर आगे बढ़ते रहें। संदीप सिंह ने अपनी पुस्तक बेतरतीब के बारे में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस पुस्तक की रचना में जहां एक तरफ मेरे परिवार का साहित्यिक माहौल मेरे दोस्त हमेशा मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत रहे वहां दूसरी तरफ मेरी जीवन के अनुभवों ने भी मुझे इस काव्य की रचना करने के लिए बहुत बड़ा आधार दिया। काव्य संग्रह के विमोचन पर यश साथी लुधियानवी, नुजहत अब्बास,मोहिन्द्र पाल, अब्बास मोहम्मद, मनतेज सिंह, रूपाली राजदान एवं यूके में रह रहे कई साहित्य प्रेमी साउथ एशियन कल्चर सेंटर में उस समय मौजूद थे।