नई दिल्ली 24 दिसंबर (ब्यूरो) : केंद्र सरकार ने वैश्विक स्तर पर बढ़ रहे कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए शनिवार को एक बड़ा फैसला लिया.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि चीन, जापान, हांगकांग, बैंकॉक और दक्षिण कोरिया से भारत आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से RT-PCR टेस्ट कराना होगा। अगर इन देशों से आने वाले किसी भी यात्री में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं या उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसे क्वारंटाइन किया जाएगा। मनसुख मंडाविया ने कहा कि हम इसे लागू करने के लिए नागर विमानन मंत्रालय से बात कर रहे हैं। जल्द ही विस्तृत गाइडलाइंस जारी की जाएंगी। केंद्र सरकार ने भारत आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए फिर से एयर सुविधा फॉर्म भरना अनिवार्य कर दिया है। उन्हें यह फॉर्म भरकर अपनी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी देनी होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन और अन्य देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए गुरुवार को लापरवाही के प्रति आगाह करते हुए कड़ी निगरानी का आह्वान किया था। उन्होंने निर्देश दिया था कि फिलहाल जारी निगरानी उपायों को, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर लागू उपायों को मजबूत किया जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय से कहा है कि वह शनिवार से प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान से भारत आने वाले यात्रियों में से 2 प्रतिशत की रैंडम सैंपलिंग सुनिश्चित करें, जिससे देश में कोरोनोवायरस के किसी भी नए स्वरूप की दस्तक के खतरे को कम किया जा सके।
चीन समेत दुनिया के कई अन्य देशों में कोरोना की नई लहर को देखते हुए 27 दिसंबर को देश के सभी कोरोना अस्पतालों और इससे जुड़ी इकाइयों में मॉक ड्रिल होगी। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य कोरोना के उपचार में उपयोग होने वाले सभी उपकरणों समेत अन्य सुविधाओं की तैयारी को परखना है। यह देखा जाएगा कि पिछले वर्ष तक कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जो ढांचा खड़ा किया गया था। वह किसी भी आपातकालीन स्थिति में पहले दिन से ही पूरी क्षमता से काम करने के लिए तैयार है या नहीं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।