जालंधर, 27 नवंबर (ब्यूरो) : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने शनिवार को मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआई), जालंधर नरेश कलेर के साथ सांठगांठ करने वाले तीन फरार आरोपी एजेंटों को गिरफ्तार किया, जो वाणिज्यिक और निजी वाहनों का निरीक्षण किए बिना भारी रिश्वत लेकर फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर रहे थे। विजीलैंस ब्यूरो ने सभी आरोपियों के मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिए हैं, जिन्हें इस मामले के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए डेटा विशेषज्ञों को भेजा जाएगा।
विजीलैंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान पंकज ढींगरा उर्फ भोलू निवासी न्यू कैलाश नगर, सोडल रोड जालंधर, ब्रिजपाल सिंह उर्फ रिक्की निवासी कृष्णा नगर, जालंधर और अरविंद कुमार उर्फ बिंदू निवासी उपकार नगर, जालंधर के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि उन्हें कल अदालत में पेश किया जाएगा और विजीलैंस ब्यूरो इस मामले में आगे की जांच के लिए पुलिस रिमांड की गुहार लगाएगी।
अधिक विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो ने एमवीआई, जालंधर के कार्यालय में औचक निरीक्षण किया था और निजी एजेंटों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर वाहनों के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिए एक संगठित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया था।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि विजीलैंस ब्यूरो ने पर्याप्त सबूतों के आधार पर भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7, 7ए और आईपीसी की धारा 420, 120-बी के तहत विजीलैंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन जालंधर में मामला संख्या 14 दिनांक 23-08-2022 दर्ज किया। इस मामले में अब तक कुल 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें नरेश कलेर, रामपाल उर्फ राधे, मोहन लाल उर्फ कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह और हरविंदर सिंह (सभी निजी एजेंट) शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे की जांच चल रही है और बाकी फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।