जालंधर, 17 नवंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : महात्मा हंस राज जी के निर्वाण दिवस के अवसर पर हंसराज महिला महाविद्यालय के आईक्यूएसी, वैदिक अध्ययन समिति एवं संस्कृत विभाग ने एक पहल की। महात्मा हंस राज जी को समर्पित प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने महाविद्यालय के छात्रावास में “ईमानदारी की दुकान” का उद्घाटन किया। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को महात्मा जी के बलिदान को याद रखना चाहिए। ऐसा व्यक्तित्व हमें दुनिया में कहीं नहीं मिलेगा। इस “ईमानदारी की दुकान” के उद्घाटन का उद्देश्य हमारे छात्रों में महात्मा जी के गुणों को विकसित करना है। “ईमानदारी की दुकान” के माध्यम से छात्रों को दैनिक उपयोग की सभी चीजें मिलेंगी और वे वहां ईमानदारी से पैसा रखेंगे।
प्राचार्य डॉ. अजय सरीन ने कहा कि एचएमवी अपने इनोवेशन के लिए जाना जाता है। महात्मा जी को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम अपने छात्रों में अच्छे गुणों को विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास करें ताकि वे अपने जीवन में सच्चाई का चुनाव कर सकें। समन्वयक श्रीमती मीनाक्षी सयाल ने विद्यार्थियों को ऑनेस्टी शॉप के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को सफल बनाने के लिए प्रत्येक छात्र का योगदान जरूरी है। सचिव आर्य युवती सभा कशमन ने सभी छात्रों के साथ महात्मा जी पर अपने विचार साझा किए। डीन एकेडमिक्स डॉ. सीमा मरवाहा, आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ. आशमीन कौर, डीन यूथ वेलफेयर श्रीमती नवरूप ने भी महात्मा जी को श्रद्धांजलि अर्पित की. डीन वैदिक अध्ययन समिति डॉ. ममता ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मंच संचालन डॉ. मीनू तलवार ने किया। इस मौके पर सभी फैकल्टी मेंबर्स, हॉस्टल वार्डन व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।