अमृतसर, 16 नवंबर (साहिल गुप्ता) : जिस समय हिन्दू नेता सुधीर सूरी का गोलियां मारकर कतल कर दिया गया, घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह थे। इसकी वजह यह थी कि एक तो किसी इंसान को पुलिस की मौजूदगी में मार दिया गया था, दूसरा जहां पर यह वारदात हुई वह ईलाका उत्तरी विधानसभा के अंतर्गत आता था, जो कुंवर विजय प्रताप सिंह का विधानसभा क्षेत्र है। इसलिए वह बहुत ही चिंता और गुस्से में थे। हैरानी की बात यह है कि कोई दूसरा नेता घटनास्थल पर पहुंचा ही नही।
कुंवर विजय प्रताप सिंह कहते हैं कि मुझे इस बात की फिक्र थी कि इस घटना को कोई दूसरा रंग ना दे दिया जाए, जिससे लोगों में आपसी भाईचारे और सद्भावना पर चोट पहुंचे। बहादुर विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह की इस निडरता की शहर भर में प्रशंसा हो रही है। इस घटना के बाद वह एक बार फिर जनता के लोकप्रिय नेता बनकर उभरे हैं। वह जहां जाते हैं वही अपने स्वभाव और कार्यों की छाप छोड़कर आते हैं। एक उच्च पुलिस अधिकारी के तौर पर किए गए कार्यों का अनुभव हमेशा उनके काम आता है। वह सुबह से लेकर शाम तक जनता के बीच रहते है।
उनसे मिलना इतना आसान है कि हर कोई इंसान उनके पास जाकर बिना किसी रुकावट अपनी बात कह सकता है। ना सिर्फ अमृतसर बल्कि पूरे पंजाब से उनके समर्थकों की बड़ी गिणती रहती है और दूर-दराज से बहुत से लोग रोज़ाना उनको मिलने के लिए पहुंचते हैं। विधायक के तौर पर उनका कामकाज एक सिस्टम के तहत चलता है। वह हर इंसान की समस्या या सुझाव को गौर से सुनते हैं और उस पर कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को आगे भेजकर उस कार्य की प्रगति के बारे में भी जानते रहते हैं।