जालंधर, 14 नवंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : एचएमवी कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी के प्रांगण में आयोजित बाल दिवस समारोह में मस्ती-मजाक चरम पर था। प्रिंसिपल प्रो डॉ। (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल नेतृत्व में स्कूल। दिन पं। के जन्मदिन का प्रतीक है। जवाहर लाल नेहरू, भारत के पहले प्रधान मंत्री को नुक्कड़ नाटक के साथ-साथ ऐड मैड शो में छात्रों की भागीदारी के साथ पूरी तरह से आनंदित किया गया था जिसमें उन्होंने अपनी अपार क्षमता का प्रदर्शन किया था। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और गायत्री मंत्र के जाप से हुई। एचएमवी कॉलेजिएट में हमेशा प्रेरणा और सौंदर्य की हवा चलती है, इस पर खरा उतरते हुए हमारे शाइनिंग स्टार्स मेरिटोरियस बोर्ड के साथ-साथ स्कूल परिसर के इको गार्डन में टाइल पेंटिंग का उद्घाटन मंत्रोच्चारण के बीच प्रिंसिपल प्रो डॉ (श्रीमती) अजय सरीन ने किया। मेरिटोरियस बोर्ड पिछले सत्र में प्राप्त छात्रों की प्रतिभा को कवर करता है और जीवंत रंगों और बनावट में टाइल पेंटिंग इको गार्डन में सुंदरता लाती है। गृह विज्ञान विभाग ने वहां मौजूद सभी लोगों के स्वाद कलियों को चटपटा बनाने के लिए स्वादिष्ट खाने के स्टॉल लगाए। सुश्री सुकृति, पीजीटी अर्थशास्त्र और सुश्री अंजू, पीजीटी पंजाबी के मार्गदर्शन में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और नुक्कड़ नाटक तैयार किया। नुक्कड़ नाटक में सोशल मीडिया की भूमिका और हमारे जीवन पर इसके प्रभाव को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया है कि कैसे भावनाएं इमोजी में बदल जाती हैं और किताबें फेसबुक में बदल जाती हैं। इतना ही नहीं, नाटक ने सोशल मीडिया का दूसरा पहलू भी प्रस्तुत किया जो हम सभी के लिए काफी मददगार है और बौद्धिक स्तर को बढ़ाने और प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने में हमारी मदद करता है। नाटक का समापन सोशल मीडिया का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करने के संदेश के साथ हुआ, जिसकी सभी ने खूब सराहना की। वाणिज्य विभाग द्वारा तैयार एड मैड शो में छात्रों ने आत्मविश्वास, दृढ़ विश्वास और नवीनता का प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने अपने प्रेरक कौशल का प्रदर्शन किया।
प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने हर्षित भाव से विद्यार्थियों की सराहना की और उन्हें बाल दिवस की शुभकामनाएं दीं। उसने कहा कि पं. नेहरू का जीवन हमें चेहरे पर मुस्कान के साथ हर स्थिति से निपटने के लिए गहराई से प्रेरित करता है और जीवन के चमत्कारों की प्रशंसा करने के लिए दिल में मासूमियत को हमेशा जिंदा रखता है। इसके साथ ही, उन्होंने नुक्कड़ नाटक की प्रशंसा की, जो एक छात्र के समग्र व्यक्तित्व के विकास के उद्देश्य को पूरी तरह से पूरा करता है। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे देश के भविष्य का निर्धारण करेंगे और इसे उज्जवल बनाने के लिए छात्रों को अपने हुनर पर काम करना चाहिए। विद्यालय समन्वयक श्रीमती मीनाक्षी सयाल ने छात्र-छात्राओं को बाल दिवस की बधाई देते हुए कहा कि यह दिन हमें अपने समृद्ध और गौरवशाली इतिहास की जड़ों से जोड़ता है और छात्रों को समग्र रूप से विकसित होने और राष्ट्र के जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने अनुभवात्मक अधिगम पर जोर दिया जो इस प्रकार के आयोजनों से निर्मित होता है जो आत्मविश्वास पैदा करता है और युवा छात्रों के लिए अपनी छिपी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मंच बन जाता है। इस अवसर पर सीए विक्रम अरोड़ा, डॉ. अश्मीन, आईक्यूएसी समन्वयक, श्रीमती नवरूप, डीन यूथ वेलफेयर, डॉ. शालू बत्रा, डीन अनुशासन, डॉ. अंजना भाटिया, डीन इनोवेशन, डॉ. सीमा खन्ना, श्रीमती प्रोतिमा, प्रमुख इस अवसर पर इतिहास विभाग, संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. मीनू तलवार, अधीक्षक प्रशासन श्री रवि मैनी सहित महाविद्यालय अनुभाग के सभी शिक्षक उपस्थित थे। मंच संचालन सुश्री सुकृति ने किया।