पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की आज लुधियाना कोर्ट में पेशी है। CJM सुमित मक्कड़ की अदालत ने सिद्धू के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी करके बतौर गवाह कोर्ट में तलब किया है। सिद्धू कोर्ट के खिलाफ हाईकोर्ट भी पहुंचे थे।
सिद्धू के खिलाफ लुधियाना CJM ने प्रोडक्शन वारंट जारी किया था। उन्होंने अदालत की इस सख्ती के खिलाफ पिटीशन दायर की थी। इसके साथ ही 29 सितंबर को दायर की गई अर्जी भी रद्द कर दी गई है। इस अर्जी में उन्होंने दोबारा से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए बयान दर्ज करवाने की मांग की थी।
सिद्धू की पूर्व DSP बलविंदर सिंह सेखों द्वारा पूर्व फूड सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशू के खिलाफ दायर एक याचिका के मामले में गवाही होनी है। बीते दिन पटियाला जेल में बंद नवजोत सिंह सिद्धू ने लुधियाना डिस्ट्रिक्ट में होने वाली पेशी से पहले सुरक्षा की मांग रखी। इतना ही नहीं, पंजाब सरकार व एसएसपी पटियाला को सुरक्षा का वादा करने के लिए भी कह।
जेल सुपरिंटेंडेंट को लेटर लिखा
सुरक्षा के लिए नवजोत सिंह सिद्धू ने सुपरिंटेंडेंट जेल को लेटर लिखा था। सिद्धू ने लिखा कि था उनकी लुधियाना कोर्ट में 21 अक्टूबर को पेशी है। 20 मई 2022 को जेल में आने के दो दिन बाद ही उनकी Z+ सिक्योरिटी वापस ले ली गई थी। इससे पहले वह पीजीआई चेकअप के लिए गए थे, पर उसे गुप्त रखा गया था।
पूर्व मंत्री ने फोन पर भी धमकी दी
CJM ने कहा कि पूर्व DSP सेखों को उस समय के मंत्री सिद्धू को इस मामले की जांच सौंपी थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि जांच रोकने के लिए पूर्व मंत्री ने उन्हें फोन पर भी धमकी दी थी। CJM ने कहा था कि सिद्धू की गवाही की जरूरत है तभी इस मामले को सही से देखा जा सकता है।
केस हाईप्रोफाइल
बता दें कि केस काफी हाईप्रोफाइल है। पूर्व मंत्री आशू ने उस समय के DSP बलविंदर सिंह सेखों को फोन करके फ्लैट्स के मामले में काफी कुछ कहा था। मामले की ऑडियो भी काफी वायरल हुई थी। इस मामले की जांच करने के आदेश उस समय नवजोत सिद्धू ने DSP सेखों को दिए थे।
बलविंदर सिंह सेखों को नौकरी से बर्खास्त किया था
सेखों ने जांच करके स्थानीय सरकार के दफ्तर में फाइल जमा करवा दी थी, जिसमें कहा गया था कि फ्लैट सियासी दबाव में बन रहे हैं। इन फ्लैट को बनवाने में पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू की शमूलियत सामने आई थी। इसके बाद DSP बलविंदर सिंह सेखों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था।
सिद्धू पटियाला जेल में बंद
अब इस मामले में DSP सेखों ने अदालत में अर्जी लगाई, जिसमें गवाह नवजोत सिद्धू को बनाया गया। नवजोत सिंह सिद्धू को अदालत में पेश होकर आज गवाही देनी है। पहले रिकॉर्ड में आ चुका है कि असली जांच फाइल उस समय के मंत्री के दफ्तर में जमा करवाई गई थी। वो फाइल बाद में खो गई।
यह जानना जरूरी है कि शिकायतकर्ता द्वारा दफ्तर में जमा करवाई गई फाइल खो जाने पर उस समय के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने फाइल संबंधी कोई आदेश जारी किया कि फाइल का फिर से निर्माण किया जाए। इस कारण सिद्धू की पेशी लुधियाना कोर्ट में जरूरी थी।