जालंधर, 18 सितंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : हंस राज महिला महाविद्यालय के पीजी अर्थशास्त्र विभाग के योजना मंच ने प्रिंसिपल प्रो डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के मार्गदर्शन में पीपीटी और वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया। पीपीटी और वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय था “क्या डिजिटल तकनीक बच्चों के जीवन को बेहतर बना रही है?” “साक्षरता शहर में एक सामाजिक क्रिया” और “मीडिया साहित्य का भविष्य”। निर्णय पैनल में अर्थशास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ. शालू बत्रा और अंग्रेजी विभाग के प्रमुख डॉ. ममता मौजूद थे। मंच संचालन छात्राओं सुश्री अक्षिता एवं सुश्री अमन द्वारा किया गया। इसमें विभिन्न धाराओं के विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किए। पीपीटी प्रतियोगिता में बीकॉम सेम 3 की खुशी ने पुरस्कार जीता और वाद-विवाद प्रतियोगिता में जसराज और हरलीन की टीम ने पहला स्थान हासिल किया। लिशा, अवलीन, मानवी, रितिका और प्रांजलि ने प्रशंसा पुरस्कार जीते।
छात्रों द्वारा डिजिटल साक्षरता के बारे में विभिन्न विचार दिए गए। वे डिजिटल साक्षरता की कुछ खामियों जैसे मोटापा, हठ, शारीरिक गतिविधियों की कमी और भी बहुत कुछ बताते हैं। लेकिन सब कुछ कुछ असहमति या खामियों के साथ आता है। इस तरह के आयोजन में भाग लेने की प्रेरणा प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने दी। उन्होंने छात्रों को मीडिया साक्षरता के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व के बारे में बताया। इस अवसर पर संकाय सदस्य श्रीमती चंद्रिका, सुश्री ज्योतिका मिन्हास, सुश्री हरमनु पॉल एवं सुश्री भावना भी उपस्थित थीं।