जिनको टिकट कटने का डर था वही गए आप में: सुशील रिंकू
विधानसभा चुनाव और निगम चुनाव में जमीन-आसमान का अंतर
दलबदलुओं के सहारे कभी भी जीता नहीं जा सकता निगम चुनाव
जालंधर, 10 सितंबर ( धर्मेन्द्र सौंधी) : विधानसभा चुनाव से लेकर निगम चुनाव तक महानगर की सियासत गरमाई हुई है। सियासत गरमाने के इस सफर में डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी व तीन कांग्रेसी पार्षदों ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली। इस बारे में पूर्व विधायक सुशील रिंकू का कहना है कि आम आदमी पार्टी में वही लोग गए जिन्हें खुद की टिकट (निगम चुनाव में) कटने का डर था। उन्होंने कहा कि पंजाब में आप की हवा थी और इसका फायदा विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिला लेकिन निगम चुनाव और विधानसभा चुनाव में बहुत अंतर है। निगम चुनाव में वार्ड के वोटरों में आपकी पैठ होनी बहुत जरूरी है और कांग्रेस के वर्करों ने अपने वार्डों में अच्छी पैठ बनाई हुई है।
विकास कार्यों में क्रैडिट लेने की होड़ गलत
पूर्व विधायक सुशील रिंकू ने कहा कि उनके समय में किए गए विकास कार्यों का क्रेडिट लेने की होड़ मची हुई है और यह होड़ पूरी तरह से गलत है। उन्होंने जनता के भले के लिए विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाया न कि क्रेडिट लेने के लिए।
कैप्टन का करीबी हूं पर रहूंगा कांग्रेस कैडर के साथ
भाजपा के कैप्टन के करीबी होने और खुद के भाजपा में जाने के सवाल पर रिंकू ने साफ तौर पर कहा कि बेशक वह कैप्टन के करीबी हैं और कैप्टन के काल में उनके कई प्रोजेक्टों को हरी झंडी भी मिली लेकिन भाजपा में जाने का सवाल ही नहीं उठता। वह कांग्रेस की विचारधारा को अपनाते हुए कांग्रेस कैडर का हिस्सा हैं और इसी का हिस्सा बने रहेंगे।