पाकिस्तान इस समय भयानक बाढ़ से जूझ रहा है लेकिन शहबाज शरीफ राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पाकिस्तान में बाढ़ से हुई तबाही पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहानुभूति प्रकट की थी।
लेकिन, सत्ता हासिल करने के लिए पाकिस्तान के राजनीतिक शतरंज की बिसात पर कश्मीर राग का अलाप करना जीत क निशानी मानी जाती है।
पीएम मोदी ने बाढ़ ग्रस्त पाकिस्तान के आवाम की सलामती के लिए दुआ मांगी तो पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने एक जहरीला बयान देकर माहौल को और ज्यादा बिगाड़ने काम किया।
बता दें कि, पाकिस्तान की इस समय अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है, महंगाई चरम पर पहुंच गई है और सब्जियों समेत जरुरी चीजों की उपलब्धता पर संकट छाया हुआ है।
ऐसे में समस्या से छुटकारा पाने के लिए पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल समेत कई पाक संगठनों ने भारत से मदद लेने की बात कही तो शहबाज शरीफ अभी भी वही पुराना कश्मीर राग अलापते हुए और अपनी झूठी अकड़ दिखाते हुए भारत के साथ व्यापार करने की संभावनाओं को पूरी तरह से खारिज कर दिया।
पाकिस्तान की बाढ़ पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया था और खबरों के मुताबिक भारत अभी सहायता देने पर विचार कर रहा है। इससे दोनों ही देशों के बीच सहयोग बढ़ने की संभावना बढ़ गई थी।
भारत के साथ आयात के मुद्दे पर पाकिस्तानी मीडिया ने जब शहबाज शरीफ को मंगलवार को घेर लिया तो उन्होंने जहर बुझा बयान दे दिया जिससे दोनों देशों के बीच सुलह की संभावना खत्म होकर रह गई है। शहबाज शरीफ ने कहा, ‘भारत के साथ व्यापार में कोई समस्या नहीं होगी लेकिन वहां कथित नरसंहार चल रहा है और कश्मीर की जनता को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।