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मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में हुआ श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ

शनि अमावस्या पर विशेष हवन यज्ञ का आयोजन

इंसान को फल की इच्छा किए बगैर कर्म करना चाहिए : नवजीत भारद्वाज

 

जालंधर, 27 अगस्त (कबीर सौंधी) : मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले 1 वर्ष से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है।

सर्व प्रथम वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, पंचोपचार, षोडशोपचार, कलश, पूजन मुख्य यजमानो से सपरिवार हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई । इस सप्ताह श्री शानदेव महाराज के जाप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई। हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते कहा कि युगों-युगांतर से ऐसा माना जाता है कि जीवन में सफलता पाने के लिए कर्म ही सबसे पहला और बड़ा रास्ता है इसलिए इंसान को फल की इच्छा किये बगैर कर्म करना चाहिए।

याद रहे, जिंदगी तनाव, दुखों और परेशानियों से तभी तक भरी है। जब तक आप जिंदगी के मूल को समझ नहीं लेते। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि ये बात भी सच है कि अब लोगों को लगने लगा है कि इस जीवन का कोई मोल नहीं और ये निर्थक है। शायद इसीलिए वे ज्ञान की सारी बातें भूल और कर्म के पथ से भटक कर ऐसे बहुत से निर्थक कर्म करने लगते हैं। जो उनकी जिंदगी के लिए परेशानियों का सबब बन जाता है।

नवजीत भारद्वाज ने कहा कि अगर सच में आप अपने जीवन को सफल बनाना चाहते हैं और जिंदगी को बिना किसी तनाव और परेशानी से जीना चाहते हैं, तो एक बार परमात्मा के विचारों पर खुद विचार कीजिए और अपना कर देखिये, जीवन सफल और एकदम आनंदमय हो जाएगा। उन्होने आखिर में कहा कि हर काम का फल मिलता है इस जीवन में ना कुछ खोता है ना व्यर्थ होता है तथा विषयों का चिंतन करने से विषयों की आसिक्त होती है। आसिक्त से इच्छा उत्पन्न होती है और इच्छा से क्रोध होता है। क्रोध से सम्मोहन और अविवेक उत्पन्न होता है।

जो भी मनुष्य अपने जीवन, आध्यात्मिक ज्ञान के चरणों के लिए दृढ़ संकल्प में स्थिर है, वह सामान्य रूप से संकटों के आक्रमण को सहन कर सकते हैं और निश्चित रुप से खुशियां और मुक्ति पाने के प्रयत्न हैं। इस अवसर पर गौरव कोहली, राकेश प्रभाकर ,गुलशन शर्मा, बावा जोशी, अनिल जैन,राजेंद्र कत्याल, गोपाल मालपानी, गितेश, पूनम प्रभाकर, एडवोकेट राज कुमार, बलजिंदर सिंह, एडवोकेट राज कुमार, अश्विनी शर्मा धूप वाले, अमरेंद्र शर्मा, चंद्र शेखर, अमित कुमार, सुदेश शर्मा, पंकज उपाध्याय, राहुल शर्मा, रमन शर्मा, प्रशांत, साहिल मल्होत्रा, दीपक मल्होत्रा, आयान मल्होत्रा, सुमित, राकेश शर्मा, रोहित मल्होत्रा, राजन पाटनी, नीरज, मनी, प्रशांत, अजय, धर्मेन्द्र सौंधी,

नितिन कौड़ा, बावा खन्ना, रवि कुमार, वरुण सहोत्रा, समीर चोपड़ा, वरुण, सौरभ, मोहित बहल,रोहित बहल, शाम लाल, जोगिंदर सिंह, ठाकुर बलदेव सिंह, मुकेश चौधरी, अभिलक्षय चुघ, साहिब, मंजीत कौर, राजीव, मोहित बहल, दीशांत शर्मा, राजन शर्मा, प्रिंस, पं. रमाकांत शर्मा, सौरभ मल्होत्रा, राकेश, मोहित बहल, रोहित बहल, प्रवीण, दीपक, अनीश शर्मा, अशोक शर्मा, सुनील जग्गी , दीपक सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी विशाल लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।

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