जालंधर, 23 जून (कबीर सौंधी) : हंस राज महिला महा विद्यालय, जालंधर के ललित कला विभाग ने छात्रों के रचनात्मक कार्यों को बढ़ावा देने और खुद को पेशेवर रूप से जनता के सामने पेश करने के लिए प्रिंसिपल प्रो डॉ (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में वार्षिक कला प्रदर्शनी का आयोजन किया। प्रदर्शनी का उद्घाटन श्रीमती नवरूप कौर, डीन यूथ वेलफेयर, डॉ. आशमीन कौर, समन्वयक आईक्यूएसी और डॉ. सीमा मारवाह, डीन एकेडमिक्स ने किया। ‘ऐक्रेलिक ऑन कैनवास’ शीर्षक वाली प्रदर्शनी अद्वितीय और गतिशील विषयों पर टिकी है और बीएफए छात्रों की कलात्मक कृतियों को प्रदर्शित करती है। किमी. सुजाता भारती ने “होल्ड” शीर्षक से अपनी पेंटिंग प्रदर्शित की, जो हमारे जीवन पर प्रौद्योगिकी के परिणामों का एक प्रेरक विवरण था।
अंगों के लाक्षणिक रक्तस्राव ने यांत्रिक दुनिया से विराम लेने के लिए एक आह्वान को दर्शाया। किमी. मुस्कान कौर का सार “चेहरा” काले रंग के रंगों में विभिन्न रूपों और आकृतियों को प्रदर्शित करता है। वृष्टि गिल की पेंटिंग “सफर” ने जीवन में छोटी-छोटी चीजों के महत्व को उजागर करने के लिए दैनिक दिनचर्या की वस्तुओं का इस्तेमाल किया। किमी. पारुल और किमी. मनप्रीत ने अपने शीर्षक “ब्लूमिंग” और “महिला श्रम” में महिलाओं के जीवन के विभिन्न पहलुओं का प्रतिनिधित्व किया। कनिष्क की पेंटिंग “आध्यात्मिकता” परमात्मा के साथ मानवीय संबंध को बहाल करने की एक दलील थी। प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन ने छात्रों को शुभकामनाएं दीं और उनके प्रयासों और उत्साह की सराहना की। उन्होंने टिप्पणी की कि कला प्रदर्शनियां जीवन की सूक्ष्मताओं की प्रशंसा करने और उन्हें समझने के लिए जनता के सामने सार और भावनाओं को लाने में मदद करती हैं। शानदार प्रदर्शनी ने दर्शकों से भारी प्रशंसा हासिल की जो नवोदित कलाकारों के लिए प्रेरणा के रूप में आई। इस अवसर पर डॉ. नीरू भारती शर्मा, डॉ. शैलेंद्र कुमार और श्री जितेंद्र एम. थ्रोट भी उपस्थित थे।