जालंधर, 16 जून (धर्मेंद्र सौंधी) : प्राचार्य प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन के कुशल मार्गदर्शन में, हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर की फ्रायडियन साइकोलॉजिकल सोसाइटी ने “भारत की मनोवैज्ञानिक स्वतंत्रता की चल रही यात्रा” विषय पर भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष मनाने पर एक कार्यक्रम आयोजित किया। . कार्यक्रम की अतिथि श्रीमती संगीता भाटिया, सीनियर काउंसलर, एमजीएन पब्लिक स्कूल, जालंधर का स्वागत मनोविज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. आशमीन कौर ने एचएमवी के छात्रों द्वारा एक प्लांटर और पेंटिंग के साथ किया। इस अवसर पर मनोवैज्ञानिक स्वतंत्रता विषय से संबंधित कार्यक्रमों का उपहार प्रस्तुत किया गया। सुश्री रूहानी ने स्व-लिखित कविता प्रस्तुत की, सुश्री मानवी और सुश्री मन कमल कौर ने भारत में मनोवैज्ञानिक स्वतंत्रता के इतिहास के बारे में बताते हुए अपनी शक्ति बिंदु प्रस्तुति प्रस्तुत की।
सुश्री प्रियांशु और सुश्री कृतज्ञता ने दैनिक जीवन में स्वतंत्रता के विभिन्न मनोवैज्ञानिक पहलुओं को संबोधित करते हुए भाषण के रूप में अपने विचार प्रस्तुत किए। डॉ. अशमीन कौर ने मनोवैज्ञानिक स्वतंत्रता और हमारे जीवन में मनोवैज्ञानिक स्वतंत्रता की प्रासंगिकता और मानसिक स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव पर अपने विचार व्यक्त किए। प्राचार्य डॉ. अजय सरीन ने विभाग के प्रयासों और छात्रों द्वारा की गई प्रस्तुतियों की सराहना की। इस कार्यक्रम में विभिन्न धाराओं के लगभग 100 छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर संकाय सदस्य सुश्री हरमनजीत कौर, सुश्री प्रज्ञा, सुश्री श्रुति बिदानी एवं सुश्री निहारिका भी उपस्थित थीं।