जालंधर, 04 जून (धर्मेंद्र सौंधी) : मनी लांडरिंग के मामले में मुख्यारोपी कुदरतदीप सिंह द्वारा ईडी के साथ खेली जा रही आंख मिचौली आज खत्म हो गई। ई.डी. ने कुदरतदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। कुदरतदीप को अमृतसर से गिरफ्तार किया गया है।कुदरतदीप की गिरफ्तारी को लेकर ईडी द्वारा काफी समय से प्रयास किए जा रहे थे। गिरफ्तारी के लिए अरेस्ट वारंट भी कई बार अदालत द्वारा जारी किए गए थे।बता दें कि कुदरतदीप ईडी जांच में पहले भी शामिल हो चुका था। लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। पता चला है कि अदालती द्वारा अरेस्ट वारंट जारी किए जाने के बाद से ईडी टीम लगातार कुदरतदीप की तलाश कर रही थी।
सूत्रों से पता चला है कि कुदरतदीप आज अमृतसर पहुंचा था। अमृतसर में कुदरतदीप का इमीग्रेशन दफ्तर की ओपनिंग थी। ओपनिंग से पहले ही ईडी टीम वहां पहुंच गई और कुदरतदीप को अरेस्ट कर लिया।पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह हनी के करीबी कारोबारी कुदरतदीप सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट दोबारा जारी किए थे।प्रीवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट संबंधित केसों की विशेष जज एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश रुपिंदर चाहल की अदालत ने दोबारा गैर जमानती वारंट जारी करते हुए सुनवाई के लिए अगली तारीख 7 जून तय की है।कुदरतदीप सिंह बार-बार समन जारी के होने के बावजूद कोर्ट में पेश नहीं हो रहा था। कुदरतदीप सिंह वही है जिसके घर में भी ईडी को पैसे मिले थे।
चार्जशीट में ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के आरोपों के तहत चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी और उसके सहयोगी कुदरतदीप सिंह का नाम है।ईडी ने जब धन शोधन मामले को लेकर छापामारी की थी को भूपिंदर सिंह हनी के घर पर 7.9 करोड़ रूपया मिला था जबकि प्रोवाइडर्स ओवरसीज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड जिसके माध्यम से यह धन शोधन करते थे उसके निदेशक कुदरतदीप सिंह के घर से ईडी ने दो करोड़ रुपया बरामद किया था।बता दें कि एजेंसी ने स्पेशल प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत जज रूपिंदरजीत चहल की अदालत में चार्जशीट दायर की है। इसमें ईडी ने बताया है कि भूपिंदर सिंह हनी, कुदरतदीप सिंह और संदीप कुमार ने साल 2018 में प्रोवाइडर्स ओवरसीज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी बनाई थी जिसमें यह सब निदेशक थे।