फरीदकोट, 26 मई (ब्यूरो) : पंजाब सरकार ने फरीदकोटजेल के अधीक्षक जोगिंदरपाल सिंह को सस्पेंड कर दिया है। आर्म्स एक्ट में जेल में बंद आरोपी ने वीडियो कॉल करके अंदर से बैरक दिखाई थी। जेलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी है। इसके बावजूद अंदर से एक कॉल आई और इसे एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। जिसके बाद पंजाब सरकार की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है।
वीडियो वायरल होने के बाद फिरोजपुर सर्कल के डीआईजी ने इसकी जांच की। इससे पता चला कि जेल अधीक्षक ने ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरती, इसलिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। इसलिए अब उन्हें निलंबित कर मुख्यालय चंडीगढ़ में स्थानांतरित कर दिया गया है।
इस संबंध में जेल मंत्री द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि वीडियो कॉल रिकॉर्ड करने के बाद जेल में बंद युवकों ने इसे एडिट कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिससे जेल विभाग की छवि धूमिल हुई है। मामले की प्रारंभिक जांच में सेंट्रल जेल अधीक्षक जोगिंदर पाल की लापरवाही सामने आई है, जिसके चलते इस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पंजाब सिविल सर्विस रूल्स 1970 के नियम 4 (1) (ए) के तहत तत्काल प्रभाव से सरकारी सेवा से निलंबित कर दिया गया है।