
फरीदकोट, 24 अप्रैल (जसवंत सिंह बुट्टर) : फरीदकोट जिले के ग्राम मोरांवाली में रहने वाले डॉ. देविंदर सैफी को फखर-ए-कौम पंथ रतन ज्ञानी दित सिंह पुरस्कार दिया गया ज्ञानी जी के जन्मदिन को समर्पित गुरुद्वारा साहिब, नंदपुर कलोर में एक प्रभावशाली समारोह में सम्मानित किया गया, सम्मान के दौरान ज्ञानी दित सिंह स्वरूप, शॉल,सम्मान पत्र उपाधियाँ और अमूल्य पुस्तकें सहित पुरस्कार प्रदान किया गया।
प्रिंसिपल नसीब सिंह सेवक, जसपाल सिंह कलोर और जसपाल सिंह कंवल, ज्ञानी दित सिंह मेमोरियल इंटरनेशनल सोसाइटी के मुख्य निदेशक और भाई दित सिंह पत्रिका। डॉ. देविंदर सैफी का धार्मिक पाखंड, पुरोहितवाद, जातिवाद के खिलाफ मुखर लेखन, भाषण और शैक्षिक गतिविधियां ज्ञानी जी की सोच और भावना को बढ़ावा देने के लिए हैं। इस अवसर पर तख्त के पूर्व जत्थेदार श्री केसगढ़ साहिब ज्ञानी केवल सिंह, इंग्लैंड से गुरमीत सिंह गौरव (सिख प्रचारक), शिरोमणि साहित्यकार मनमोहन सिंह दाओ और अंतर्राष्ट्रीय पंथिक कवि गुरदयाल सिंह निमर यमुनानगर उपस्थित थे ने डॉ. देविंदर सैफी की क्रांतिकारी और दार्शनिक कविता की सराहना की भैनी साहिब से पहुंचे सरबजीत सिंह सरपंच और जसपाल ने कहा कि उन्होंने डॉ. देविंदर सैफी की कविताओं को सुनने विशेष रूप से पुहंचे है।
विधायक रूपिंदर सिंह हैप्पी, अमरजीत जोशी नाहन, सुरजन सिंह जस्सल, बाबा साधु सिंह, बीबी कुलविंदर कौर, लेखिका सुखमीत कौर, सरबजीत सिंह बराड़, प्रिंस. कमलगीत आदि ने ज्ञानी दित सिंह की स्मृति में आयोजित भव्य समारोह की प्रशंसा की और फखर-ए-कौम के लिए सुचारू चयन की प्रशंसा की। फरीदकोट क्षेत्र के विभिन्न शैक्षिक, साहित्यिक और सामाजिक संगठनों ने इस सम्मान को प्राप्त करने पर बहुत खुशी व्यक्त की।