जालंधर, 05 अप्रैल (कबीर सौंधी) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान एक तरफ जहां सभी को रोजगार और नौकरी देने का ऐलान कर रहे हैं, वहीं पिछले कई साल से इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जालंधर में आउटसोर्ट की नौकरी करने वाले 10 मुलाजिमों को बिना किसी कारण के नौकरी से निकालने का फऱमान सुना दिया गया है। जिससे इन मुलाजिमों में ट्रस्ट के ईओ के खिलाफ जबरदस्त रोष है।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दावा किया है कि किसी भी आउटसोर्स और कच्चे मुलाजिम को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा, बावजूद इसके जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के ईओ परमिंदर सिंह गिल ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में काम कर रहे करीब 10 मुलाजिमों की छुट्टी कर दी है। ये वह मुलाजिम हैं, जो पिछले कई वर्षों से आउटसोर्स के जरिए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं।
आउटसोर्स के 10 मुलाजिम हुए बेरोजगार
हैरानी की बात तो यह है कि एक तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं कि किसी को नौकरी से निकालना नहीं है, दूसरी तरफ जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के ईओ कच्चे मुलाजिमों को बाहर का रास्ता दिखा कर उन्हें बेरोजगार बना रहे हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में मैन पावर की बहुत कमी है। बावजूद इसके ईओ ने यह फैसला ले लिया। जिससे अब लोगों के कामकाज प्रभावित होंगे।
जानकार बताते हैं कि ट्रस्ट में करीब 70 मुलाजिमों की जरूरत है अभी तक 40 पक्के मुलाजिम काम कर रहे हैं जबकि 10 के करीब आउटसोर्स वाले मुलाजिम हैं, जिनको आज इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के ईओ ने कह दिया है कि कल से आफिस नहीं आना है। इनके हटने के बाद इंप्रूवमेंट ट्रस्ट का कामकाज खासा प्रभावित होगा। क्योंकि ट्रस्ट में मैन पावर की कमी चल रही है।
उधर, ईओ परमिंदर सिंह गिल ने कहा है कि ठेका खत्म हो गया था, जिससे इन्हें हटा दिया गया है, सरकार जो भी निर्देश करेगी, उसी अनुसार काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार अगर इनके ठेके रिन्यू करती है तो इन सभी मुलाजिमों को फिर से काम पर रख लिया जाएगा।