चंडीगढ़, 28 मार्च (ब्यूरो) : बिजली को लेकर पंजाब में राजनीति अपने चरण पर पहुंच गई है। भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंडा के जिला अध्यक्ष बलदेव सिंह भैरूपा और बलविंदर सिंह फौजी जेठुके ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब सरकार पर पंजाब के गांवों में प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का दबाव बना रही है। किसान संगठन इसका पुरजोर विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि यदि जरूरी हुआ तो किसान इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ देंगे।
भारतीय किसान यूनियन की नेता एकता डकोंडा ने चेतावनी दी कि चिप से चलने वाले इन बिजली मीटरों को पंजाब के ग्रामीण इलाकों में बिल्कुल भी नहीं लगाने दिया जाएगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि कोई भी कर्मचारी मीटर बदलने के लिए आता है तो, उसका विरोध करें। यदि वह नहीं मानता तो इसकी जानकारी किसान यूनियन के नेताओं को दें।
किसान यूनियन ने कहा, प्रदेश सरकार को भी चेतावनी दी कि गांवों में स्मार्ट मीटर न लगाए जाए। यदि ऐसा किया गया तो इसका विरोध होगा। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने सभी को दिल्ली की तर्ज पर तीन सौ यूनिट बिजली मुफ्त में देने का ऐलान किया है। इधर केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार से आग्रह किया कि है पहले पंजाब में प्री पेड स्मार्ट मीटर लगवाए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती तो केंद्र की ओर से प्रदेश को मिलने वाली बिजली सुधार की राशि को रोक दिया जाएगा। पहले तो केंद्र व राज्य सरकार इस मामले में आमने सामने थी, अब जिस तरह से किसान भी बीच में आ गए,इससे स्थिति खराब हो सकती है।