जालन्धर, 18 (धर्मेंद्र सौंधी) : चुनाव के अंतिम दौर में जहां अपनों का सहारा रहता है वहीं पर कांग्रेस के पार्टी वर्कर अपने विधायक को बीच रास्ते में छोड़ कर चले जाएं तो उन पर क्या बीती होगी यह आप भी सोच रहे होंगे अगर विधायक के पीए द्वारा उनके आंकड़े यानी के सट्टे का भाव बाजार में ना आवाज दी होती तो शायद वेस्ट के आंकड़े कुछ और होते हैं परंतु इसके पीए द्वारा 10 दिन पहले ही आंकड़ों को पब्लिक में बता दिया गया था की हम हार रहे है।
जिससे सुशील रिंकू का हौसला टूट गया और इसी के साथ इनके अपने भी इर्द-गिर्द पार्टियों में छलांग लगानी शुरू कर गए परंतु आज इसका राइट हैंड और लेफ्ट हैंड कहलाने वाले भी इसका साथ छोड़ गए जिस कारण इसके बाजार का भाव भी नीचे गिर गया है इनके साथ लोगों का भी कहना है कि रिंकू को अपने वार्ड की वोट भी नहीं पढ़ने जिस कारण रिंकू की हार निश्चित हो रही है इसका फायदा सीधे तौर मोहिंदर भगत और शीतल अंगुराल को मिल रहा है जनता उनकी तारीफ कर रही है अब मुकाबला आप पार्टी नेता जो बीजेपी से ही आए हैं उनके साथ है परंतु सूत्रों की माने तो अब यह मुकाबला दोनों के बीच में ही रह गया है यह हम नहीं आम जनता का कहना है।