ताज़ा खबरपंजाब

सृष्टि का सर्वोत्तम श्रंगार है मानव अच्छे विचारों को अपनाएं : नवजीत भारद्वाज

🔥मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में हुआ श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन यज्ञ

🔥वसंतोत्सव पर विशेष आलौकिक हवन-यज्ञ सम्पन्न

जालंधर, (कबीर सौंधी) 05/02/22 :- मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौक में श्री शनिदेव महाराज के निमित्त श्रृंखलाबद्ध हवन का आयोजन मंदिर परिसर में किया गया। मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने बताया कि पिछले 11 वर्षों से श्री शनिदेव महाराज के निमित्त हवन यज्ञ जो कि नाथां बगीची जेल रोड़ में हो रहा था इस महामारी के कारण वश अल्पविराम आ गया था अब यह हवन पिछले लगभग 11 महीने से मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में आयोजित किया जा रहा है। इससे पहले वैदिक रीति अनुसार गौरी गणेश, नवग्रह, षोडशोपचार, कलश, पूजन उपरांत पंडित अविनाश गौतम एवं पंडित पिंटू शर्मा ने मुख्य यजमानो से हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाई ।इस सप्ताह शनिदेव महाराज के जप उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त भी माला मंत्र जाप एवं हवन यज्ञ में विशेष रूप आहुतियां डाली गई।

आज वसंतोत्सव पर मां सरस्वती जी के निमित्त विशेष मंत्र माला जाप एवं दीप दान किया गया।हवन-यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत नवजीत भारद्वाज ने आए हुए भक्तों से अपनी बात कहते हुए मानव को सृष्टि का सर्वोत्तम श्रृंगार बताया।प्रभु का स्मरण करने के साथ अच्छे विचारों को धारण करने और उन विचारों को अपने आचरण में ढालने की प्रेरणा दी। साथ ही कहा कि अगर अच्छे विचारों को अपनाएंगे तो जीवन की सार्थकता सिद्ध हो जाएगी। नवजीत भारद्वाज ने कहा प्रवचन में पृथ्वी लोक के महत्व का बखान करते हुए कहा कि यह वह लोक है, जहां बैकुंठवासी भी जन्म लेना चाहते हैं क्योंकि पृथ्वी पर जन्म लेकर धार्मिक काम तो कर ही सकते हैं साथ ही अपनी भक्ति की शक्ति से भगवान के साक्षात दर्शन कर सकते हैं लेकिन जो लोग मानव जीवन के महत्व को नहीं समझते वे भोग विलास में लगे रहते हैं। मानव जीवन का महत्व समझाते हुए उन्होंने भेड़ चराने वाले चरवाहे और एक स्वर्णकार की कहानी सुनाई।

नवजीत भारद्वाज ने बताया कि एक बार एक चरवाहे को एक हीरा पड़ा मिला। चरवाहा हीरे के गुण को नहीं जानता था और उसने हीरे को एक माला में डाला।माला अपनी भेड़ को पहना दी। जब यह माला टूट कर गिर गई तो हीरा एक स्वर्णकार के हाथ लग गया। स्वर्णकार ने हीरे को मुकुट में जड़ा और राजा को भेंट कर दिया। बदले में बहुत सारे उपहार मिले। स्वर्णकार धन से भरपूर हो गया। इसी तरह से जो अपने जीवन महत्व को समझते हैं और धर्म के अनुसार आचरण करते हैं वे मानव धन-धान्य से भर जाते हैं। उन्होंने कहा अगर मानव अपने जीवन को ईश्वर की भक्ति में लगा दे तो उसके जीवन का प्रत्येक संकट से दूर हो जाएगा।

इस अवसर पर गुरबाज सिंह, बावा जोशी, राजेंद्र कत्याल, गोपाल मालपानी, गौरव कोहली, गितेश,गुलशन शर्मा, एडवोकेट राज कुमार,बलजिंदर सिंह, अमरजीत सिंह, एडवोकेट राज कुमार, अश्विनी शर्मा धूप वाले, अमरेंद्र शर्मा, चंद्र शेखर, अमति कुमार, सुदेश शर्मा,पंकज उपाध्याय, बावा खन्ना, रवि कुमार, वरुण सहोत्रा, समीर चोपड़ा, अभिलक्षय चुघ, वरुण, सौरभ,रोहित बहल, शाम लाल, गुरबाज, जोगिंदर सिंह, ठाकुर बलदेव सिंह, मुकेश चौधरी, अभिलक्षय चुघ, साहिब, मंजीत कौर,राजीव, मोहित बहल, दीशांत शर्मा,राजन शर्मा, प्रिंस, पं. रमाकांत शर्मा,सौरभ मल्होत्रा, राकेश, रोहित बहल, प्रवीण, दीपक, अनीश शर्मा, अशोक शर्मा,संजीव राणा, सुनील जग्गी , दीपक सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।सोशल डिस्टेंस एवं सैनेटाइज़ेशन का विशेष ध्यान रखा गया। आरती उपरांत प्रसाद रूपी विशाल लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button