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जो मन पर अनुशासन रखता है वही मनुष्य है : नवजीत भारद्वाज

मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में करवाया श्रृंखलाबद्ध सप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ

🔥मां बगलामुखी धाम मंदिर परिसर में शनिवार शाम को वसंत पंचमी पर आलौकिक विशेष हवन-यज्ञ का आयोजन

जालंधर (कबीर सौंधी) :- मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मां पिंड चौंक होशियारपुर रोड़ पर स्थित धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले पं. पिंटू शर्मा एवं अविनाश गौतम ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी जी के निमित मंत्र माला जाप कर आज के मुख्य यजमान मधुकर कत्याल एवं गितेश से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं । इस यज्ञ में उपस्थित मां भक्तो को आहुतिया डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जो मन पर अनुशासन रखता है वही मनुष्य है।

उन्होने कहा कि दया, धर्म, संतोष, धैर्य, कर्मठता, विवेक, विचार, संयम, उद्यम, साहस और प्रसन्नता यह 11 महारत्न रूपी सद्गुण हैं। जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए पग पग पर मदद करते हैं। इन सद्गुणों का खजाना सद्गुरु की कृपा और उनकी दृष्टि से जीवन को सहज ही प्राप्त हो जाता है। आदमी यदि आदमी बनने का दृढ़ संकल्प ले तो आदमी से महान और उसकी तुलना में दूसरा कोई प्राणी नहीं है। जो मन पर अनुशासन रखता है, वही मनुष्य है। जो प्रेम सेवा संयम का स्वरूप है वह श्रेष्ठ आदमी है। जो हिंसा चोरी के विचार और अभिमान को लेकर चलता है, वह आदमी होते हुए भी सिंह सा जानवर है। आदमी बनने के लिए अहंकार का त्याग अति आवश्यक है। नवजीत भारद्वाज ने कहा कि हर व्यक्ति उत्कर्ष तो चाहता है, पर उपसर्ग, कष्ट, संघर्ष, संकट से बचना चाहता है। बिना उपसर्ग, बिना संघर्ष, बिना चैलेंज के जीवन में उत्कर्ष संभव नहीं। जो उपसर्ग और चुनौतियों को समता से सहन करता है, वह भगवान भी बन जाता है उन्होंने सभी भक्तों से कहा कि वह सभी सपरिवार वसंत पंचमी शनिवार शाम को होने वाले विशेष हवन-यज्ञ में सम्मिलित होकर प्रभु कृपा प्राप्त करें।

मंदिर परिसर में कोविड 19 की डायरैकशन अनुसार सोशल डिस्टेंस एवं सैनेटाइज़ेशन, मास्क इत्यादि का विशेष ध्यान रखा गया।
इस अवसर पर गुरबाज सिंह, बलजिंदर सिंह, एडवोकेट राज कुमार, राकेश, दिशांत, राकेश महाजन, मुकेश चौधरी,जसविंदर सिंह, सुरेंद्र सिंह, राजेन्द्र कत्याल, संजीव शर्मा, शेखर सेठ, मधुकर कत्याल,मानव शर्मा, अभिलक्षय चुघ, अशोक शर्मा, सुरेंद्र, सौरभ मल्होत्रा, राजेश मैहता, दीलीप कुमार, नीटू,साहिल, मनोज चढ्ढा, दिशांत, संजीव, गितेश, यज्ञदत्त, अश्वनी शर्मा, बावा खन्ना, राजीव, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, विनोद खन्ना, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, दिनेश चौधरी, रवि कुमार,पंकज, मानव शर्मा, दीपक सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।


आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।

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