जालंधर, 30 जनवरी (धर्मेंद्र सौंधी) : खबर शुरू करने से पहले हम आपको बता दें कि अपने काज यानि अपने काम और खाज मतलब खुजली होता है। चलिए अब खबर शुरू करते हैं….जी हां, आम आदमी पार्टी टिकट वितरण को लेकर बगावत का सामना कर रही है। इसी बगावत का परिणाम है कि सेंट्रल हलके से डां. संजीव शर्मा जैसे दिग्गज कांग्रेस में शामिल हो गए और डा. माली जैसे दिग्गजों ने भाजपा प्रत्याशी मोहिंदर भगत का साथ देने का वायदा कर लिया। दरअसल सेंट्रल हलके से रमन अरोड़ा को टिकट दिए जाने का काफी विरोध हुआ है। वहीं टिकट वितरण की बात करें तो जालंधर में एक महिला पदाधिकारी पर काफी अंगुली उठती रही है। बताया जाता है कि जिस महिला पर अंगुली उठती रही है उसने टिकट के कई दावेदारों को टिकट का लारा तो लगा दिया लेकिन हाईकमान तक उन्हें पहुंचने ही नहीं दिया।
इस महिला के राज की बात करें तो बताया जाता है कि कई दावेदारों ने इसे छोटी बहन भी बनाया हुआ था और राखी भी बंधवाते थे। टिकट न मिलने से एक बागी हुए नेता ने बताया कि वह तो दिन त्योहार पर उक्त आप नेत्री को शगुन भी दे आता था लेकिन उसे क्या पता था वह भाई बहन के रिश्ते के चक्कर में टिकट कटवा बैठेगा। दरअसल जिस महिला पर ये आरोप लगते रहे हैं वह जालंधर की आम आदमी पार्टी की इकाई में उच्च पद पर आसीन है और उसने कई नेताओं को लारे लगाकर ठग लिया। इस महिला नेत्री के बारे में एक बात मशहूर है कि ये खुद को पार्टी की ग्राऊंड स्तर की वर्कर बताते हुए पार्टी की जड़ें काटने का काम कर रही है।
हाल ही के दिन में जब भगवंत मान के समक्ष पत्रकारों ने विरोध जताया था तब भी यह महिला पदाधिकारी भगवंत मान के साथ बैठी थी और पत्रकारों के विरोध को देख इसके चेहरे का रंग उड़ता जा रहा था। सूत्रों के मुताबिक इस महिला पदाधिकारी ने चुनावी टिकट वितरण से पहले कैंप लगाने के लिए नार्थ हलके के एक नेता को बहुत आश्वासन दिए लेकिन जब भी उस नेता टिकट की बात कही तो उस नेता राघव चड्ढा से मिलवाया नहीं और बाद में टिकट किसी और को दे दी। हालांकि सूत्रों का टिकट आवंटन में लग रहे आरोपों के पीछे भी इस महिला का हाथ है क्योंकि एक दो टिकटों में इसे मनमाफिक हिस्सा नहीं मिला अब हिस्सा नहीं मिलेगा तो हंगामा तो बरपेगा ही। इस महिला ने दीवाली वाले दिन खुद को मिले गिफ्ट्स का स्टेटस भी अपने व्हाट्सएप पर लगाया था।