जालंधर, 19 जनवरी (धर्मेंद्र सौंधी) : नकोदर रोड पर स्थित गांव मलको तराड मैं S नाम के कॉलोनाइजर ने काटी अवैध कॉलोनी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 6 से 7 एकड़ में कालोनी काटी गई है। कॉलोनाइजर इतना शातिर है कि गांव के आसपास के लोगों को यह कहकर प्लाट बेच रहा है। यह कॉलोनी पूरी तरह सरकारी कानून के तहत बनाई गई है जबकि यह कॉलोनी पूरी तरह अवैध तरीके से बनाई गई है। वह गरीब लोगों के खून पसीने की गाढ़ी कमाई दोनों हाथों से लूट रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगर बात करें गांव मलको तराड में जमीन का रेट 50 से 60 हजार रूपए पर मरला जमीन बिकती है।
क्लोनाजर अवैध कालोनी के रूप में एक से डेढ़ लाख रुपए में मरला बेचते हैं। लाखों रुपए की जमीन लेकर करोड़ों रुपए में बेचते हैं। वह भी पूरी तरह अवैध रूप से कॉलोनी के ऊपर से हाई वोल्टेज की तारे गुजर रही है क्या बिजली बोर्ड से इन्होंने परमिशन ली है। अगर कलोनी बन जाती है। और वहां पर किसी इंसान की हाई वोल्टेज तारों के कारण मृत्यु हो जाती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा बताया जा रहा है कि मलको तराड गांव में इस कॉलोनाइजर ने पहले भी अवैध कॉलोनी काटकर बेची है।
पुडा अधिकारी पूरी तरह आंखें बंद कर इस कॉलोनाइज का साथ दे रहे हैं। अब देखना यह है कि पुड्डा अधिकारी इस कॉलोनी पर कार्यवाही करते हैं या यूही तमाशा देखते रहेंगे। इस मामले में जब कॉलोनाइजर से बात करनी चाही तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया अगर वह अपना पक्ष रखना चाहते हैं तो प्रमुखता से किया जाएगा।