शिमला, 14 अक्तूबर (ब्यूरो) : उपचुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश में एक बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा के बेटे चेतन बरागटा को पार्टी से निकाल दिया है। बीजेपी ने उन्हें पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर निर्दलीय नामांकन करने पर यह कार्रवाई की है। कहा जा रहा है कि उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने निष्कासन के आदेश जारी किए हैं। बता दें कि चेतन बरागटा भाजपा आईटी विभाग के प्रदेश संयोजक पद पर तैनात थे।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश उपचुनाव में प्रत्याशियों के नाम वापसी का बुधवार को आखिरी दिन था। ऐसे में जुब्बल कोटखाई से भाजपा से बागी चेतन बरागटा पर सबकी नजरें टिकीं थी। सबके मन में यही सवाल था कि क्या चेतन बरागटा अपना नामांकन वापस लेंगे। सूत्रों का कहना था कि चेतन बरागटा नामांकन वापस नहीं लेंगे। यही वजह है कि हिमाचल बीजेपी हाईकमान ने शाम होने पर उन्हें पार्टी से निकाल दिया।
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि BJP ने उन्हें चेतावनी दी है कि नामांकन वापस नहीं लिया तो उनका पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा. फिलहाल, चारों सीटों पर 18 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. लेकिन नजरें जुब्बल कोटखाई सीट पर है, क्योंकि यहां से भाजपा ने चेतन का टिकट काटकर नीलम सरैइक को दिया है. यहां कांग्रेस रोहित ठाकुर से मुकाबला है. रोहित दो बार यहां से विधायक रहे हैं. मंडी संसदीय सीट से छह प्रत्याशी मैदान में हैं।
मंडी में भाजपा के ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर, प्रतिभा सिंह कांग्रेस, मुंशी राम राष्ट्रीय जनक्रांति पार्टी, अंबिका श्याम राष्ट्रीय लोक नीति पार्टी, सुभाष मोहन स्नेही आजाद व अनिल कुमार भी आजाद मैदान में हैं. फतेहपुर में भी तिकोना मुकाबला है. यहां कांग्रेस के भवानी पठानिया, भाजपा के बलदेव ठाकुर और आजाद राजन सुशांत मैदान में हैं. अर्की विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के संजय अवस्थी और भाजपा के रत्न सिंह पाल में मुकाबला है. कांग्रेस के मुकाबले भाजपा इन तीनों सीटों पर ज्यादा परेशानी में है. क्योंकि यहां पर भाजपा का एक वर्ग पार्टी प्रत्याशियों के साथ नहीं है।