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लखीमपुर हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे “नवजोत सिंह सिद्धू” को पुलिस ने लिया हिरासत में

मान्यवर, 04 अक्तूबर (ब्यूरो) : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में नवजोत सिंह सिद्धू ने चंडीगढ़ में राजभवन के सामने अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठकर जमकर नारेबाजी की। सिद्धू ने प्रदर्शनकारियों पर कार चढ़ाने का आरोप झेल रहे केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी की भी मांग की। सिद्धू ने कहा कि लखीमपुर में किसानों की हत्या की गई है। वहीं हरियाणा के सीएम मनोहर लाल का किसानों को लेकर दिया बयान बेहद निंदनीय है।

यह उनके घमंड को दर्शाता है। वहीं यूपी के लखीमपुर खीरी में भड़की हिंसा के पीड़ितों से मिलने पहुंचीं प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ भी उन्होंने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि यूपी में प्रियंका गांधी के साथ बदसलूकी हुई है, जिनके आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इस दौरान उनके साथ पंजाब कांग्रेस के कई विधायक और पंजाब यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बरिंदर ढिल्लों भी मौजूद रहे। मामला बढ़ता देख चंडीगढ़ पुलिस सिद्धू व उनके समर्थकों को हिरासत में लेकर सेक्टर-26 थाना ले गई।

बता दें कि किसान नेताओं का आरोप है कि केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाई, जिससे 4 किसानों की मौत हो गई, साथ ही कई किसान घायल हुए हैं। दरअसल, लखीमपुर खीरी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का दौरा था। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे उन्हें रिसीव करने जा रहे थे, लेकिन इस दौरान किसानों ने रास्ता रोक लिया और काले झंडे दिखाए। झड़प के दौरान गाड़ी की टक्कर से किसानों की मौत हो गई, जिसके बाद किसानों ने भारी हंगामा किया है।

लखीमपुर खीरी की घटना के बाद पूरे देश में किसानों का उबाल है। चंडीगढ़ में भी किसानों और उनके समर्थकों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया। कुछ समय के लिए किसानों और पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बन गई। पुलिस ने कुछ किसानों को बस में बिठा दिया, लेकिन बाद में उन्हें बस से उतार दिया गया। उपायुक्त कार्यालय पर धरने में नौजवान किसान एकता चंडीगढ़, बीकेयू चढूनी और टिकैत के समर्थकों के अलावा सभी चौकों पर किसानी झंडा लिए समर्थक भी धरना देने पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस भी धरना स्थल पर तैनात है।

सभी किसान नेताओं और समर्थकों ने केंद्र और यूपी सरकार के विरोध में नारे लगाए और धरने के बाद किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा। नौजवान किसान एकता चंडीगढ़ और बीकेयू चढूनी चंडीगढ़ इकाई के प्रधान किरपाल सिंह और प्रतीक मान ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को तत्काल वापस लिया जाए। आरोपियों पर कार्रवाई हो।

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