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5 लाख की डकैती करने वाले अपराधी पुलिस ने मंदिर में किए काबू

जयपुर, 17 फरवरी (ब्यूरो) : जयपुर में कैश कलेक्शन एजेंट से डकैती के मामले झोटवाड़ा पुलिस ने सोमवार दोपहर खुलासा कर दिया है। डकैती में शामिल तीन बदमाशों को पुलिस ने पकड़ लिया है। डकैती के मास्टर माइंड ने फ्लिपकार्ट कंपनी के काम करने वाले अपने दोस्त के साथ मिलकर प्लान बनाया। रेंटल कार से वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद मास्टर माइंड पाप धोने के लिए मंदिर दर्शन पर निकल गया था। पुलिस टीमें फरार साथी बदमाशों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। 

दरअसल, 14 फरवरी की सुबह करीब 10:45 बजे कैश कलेक्शन एजेंट पीयूष अग्रवाल (45) कमानी चौराहा स्थित फिल्पकार्ड कंपनी के ऑफिस से कैश कलेक्शन के लिए गया था। कैश लेकर निकलते समय उनके बैग में 5 लाख रुपए रखे थे। कार से चार-पांच नकाबपोश बदमाशों ने पीयूष को लूट लिया था। एडि. डीसीपी (वेस्ट) आलोक सिंघल ने बताया- डकैती के बाद पुलिस प्रथमदृष्टया जांच में सामने आया कि डकैती का मास्टर माइंड राजेन्द्र सिंह है। उसका दोस्त राजेन्द्र रावत फ्लिपकार्ट कंपनी में जॉब करता है। कुछ समय पहले राजेन्द्र सिंह व उसका दोस्त राजेन्द्र रावत मिले।

कर्ज को लेकर बातचीत के दौरान फ्लिपकार्ट कंपनी के वर्कर राजेन्द्र रावत ने राजेन्द्र सिंह को कैश कलेक्शन एजेंट के लाखों रुपए लेकर जाने के बारे में बताया। बातचीत के दौरान ही राजेन्द्र सिंह ने दोस्त राजेन्द्र रावत के साथ मिलकर डकैती का प्लान बनाया। राजेंद्र सिंह ने प्लानिंग के तहत डकैती में शामिल साथियों की व्यवस्था की। राजेन्द्र रावत को कॉल कर कैश कलेक्शन एजेंट के आने-जाने के बारे में बताने के लिए कहा। प्लान के तहत 14 फरवरी को राजेन्द्र सिंह ने अपने गांव के एड्रेस पर वैशाली नगर से रेंटल कार ली। तीन-चार साथियों के साथ रेंटल कार में बैठकर वारदातस्थल के इधर-उधर घूमते रहे। फ्लिपकार्ट कंपनी में मौजूद साथी वर्कर राजेन्द्र रावत ने कैश कलेक्शन एजेंट पीयूष अग्रवाल (45) के ऑफिस आने-जाने की सूचना दी। सुबह करीब 10:45 बजे बाइक पर बैठकर निकलते समय ही पीयूष अग्रवाल पर कार से आए बदमाशों ने पिस्तौल तान दी। फिर डंडो से पीटना शुरू कर दिया। करीब 5 लाख रुपए कैश से भरा बैग छीनकर कार में बैठकर बदमाश फरार हो गए।

फुटेजों के आधार पर पीछा करते हुए पुलिस वैशाली नगर रेंटल कार डीलर तक जा पहुंची। रेंटल कार को जब्त कर जानकारी लेने पर मास्टर माइंड राजेन्द्र सिंह का नाम सामने आया। एडि. डीसीपी (वेस्ट) आलोक सिंघल ने बताया- घटना के बाद टीम बनाई गई। सीसीटीवी फुटेजों के आधार पर पुलिस वैशाली नगर रेंटल कार डीलर तक जा पहुंची। रेंटल कार को जब्त कर जानकारी लेने पर मास्टर माइंड राजेन्द्र सिंह का नाम सामने आया। टीम की जांच में सामने आया कि वारदात के बाद रेंटल कार को वापस जमा करवाकर राजेन्द्र सिंह अपने घर आया। मास्टर माइंड राजेन्द्र सिंह अपने पत्नी को लेकर मकान के लॉक लगाकर घूमने निकल गया। संदिग्ध राजेन्द्र सिंह की तलाश में पुलिस टीमें दबिश देते हुए उसके करणी विहार स्थित घर तक पहुंच गई।

मकान मिलने पर उसे ट्रेस आउट करने में जुट गई। रविवार रात वापस लौटते ही पुलिस ने दबिश देकर उसको पकड़ा। पुलिस से बचकर भागने के दौरान गड्ढे में गिरकर उसका पैर टूट गया। पुलिस ने घायल राजेन्द्र सिंह को SMS हॉस्पिटल में एडमिट करवाया। मास्टर माइंड राजेन्द्र सिंह से प्रथमदृष्टया पूछताछ में सामने आया कि वह पाप धोने के लिए मंदिरों के दर्शन करने पत्नी के साथ चला गया था। राजेन्द्र सिंह से पूछताछ कर डकैती में शामिल बदमाश विजय सेन और राजेन्द्र रावत को दबिश देकर पकड़ा गया। 

ये आरोपी हुए गिरफ्तार

 विजय सेन (18) पुत्र रामावतार सेन निवासी उनियारा टोंक हाल करनी पैलेस करणी विहार राजेन्द्र रावत (20) पुत्र लादू सिंह निवासी भीम राजसमंद हाल वासुदेवपुरी झोटवाड़ा राजेन्द्र उर्फ राजवीर उर्फ राज (24) पुत्र महावीर सिंह निवासी फतेहपुर सदर सीकर हाल भुवनेश्वर वाटिका करणी विहार

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