जालंधर, 24 सितंबर (धर्मेंद्र सौंधी) : नगर निगम जालंधर में एक अन्य फर्जी एनओसी पकड़ी गई है। यह फर्जी एनओसी भी सैंट्रल हलके में काटी गई कालोनी में पकड़ में आया है।
इसकी पुष्टि निगम अफसरों ने की है। हाल यह है कि अभी पुराने फर्जी एनओसी के मामले में कांग्रेस नेता और आर्किटैक्ट के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी, अब एक नई फर्जी एनओसी फिर सामने आ गई है।
कमिश्नर की सिफारिश के बाद भी FIR नहीं
जानकारी के मुताबिक नगर निगम के बिल्डिंग ब्रांच के एक अधिकारी ने एक बार फिर से फर्जी एनओसी पकड़ी है। इससे पहले दो फर्जी एनओसी पकड़ी गई थी। ये फर्जी एनओसी वडिंग की अवैध कालोनी में पकड़ में आई थी।
नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन द्वारा फर्जी एनओसी मामले में कांग्रेस के जिला उप प्रधान और पूर्व पार्षद पति मनोज कुमार मंधोत्रा उर्फ मनु वडिंग व आर्किटैक्ट चेतन गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की है। बावजूद पुलिस ने अभी तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की है।
फिर पकड़ी गई फर्जी NOC
वहीं, अब एक अन्य फर्जी एनओसी पकड़ में आई है। बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों ने इसकी जांच की। यही नहीं, बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों ने चंडीगढ़ से भी इसकी रिपोर्ट मंगाई, लेकिन उनके सिस्टम में इस तरह की एनओसी नहीं है। जिससे इसे फर्जी एनओसी बताया गया। इसकी सूचना एमटीपी इकबालप्रीत सिंह रंधावा समेत उच्च अधिकारियों के पास है।
सूत्र बता रहे हैं कि नगर निगम से रिटायर हो चुके कुछ अफसर और बिल्डिंग ब्रांच के कुछ मुलाजिमों की सांठगांठ से फर्जी एनओसी का रैकेट चल रहा है। इस रैकेट का मास्टर माइंड नगर निगम से रिटायर हो चुके अधिकारी हैं। इससे सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है। फिलहाल एक अन्य फर्जी एनओसी पकड़ में आने के बाद इंस्पैक्टर, ड्राफ्ट्समैन और अन्य अधिकारी सतर्क हो गए हैं।